*नाराज वकीलों ने बनाया तीसरा संगठन*
*मोदीनगर।* अधिवक्ता बार एसोसिएशन मोदीनगर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद से हटाए गए सुधीर वशिष्ठ व महासचिव पद से निलंबित किए गए धीरज कौशिक ने शुक्रवार को तहसील में तीसरा संगठन बनाने की घोषणा कर दी। राजस्व एवं सिविल बार एसोसिएशन मोदीनगर के नाम बनाए गए संगठन के सुधीर वशिष्ठ अध्यक्ष व धीरज कौशिक महासचिव बने हैं। नवनियुक्त अध्यक्ष व महासचिव ने अपनी नई कार्यकारिणी भी घोषित कर दी।
तीसरा संगठन बनने के बाद वकीलों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। अधिवक्ता बार एसोसिएशन मोदीनगर के अध्यक्ष जगबीर सिंह ने बृहस्पतिवार को अविश्वास प्रस्ताव के आधार पर आम बैठक में सुधीर वशिष्ठ को वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद से हटाने व महासचिव पद की जिम्मेदारी संभाल रहे धीरज कौशिक को निलंबित करने की घोषणा कर दी थी। हालांकि, सुधीर वशिष्ठ व धीरज कौशिक ने स्पष्ट किया था कि उन्होंने पद से इस्तीफा दिया है। उन्हें हटाने की बात गलत है। आरोप-प्रत्यारोप के बीच शुक्रवार को सुधीर वशिष्ठ व धीरज कौशिक ने राजस्व एवं सिविल बार एसोसिएशन मोदीनगर के नाम से नए संगठन का गठन कर दिया। अपने साथ जुड़े कुछ वकीलों को उन्होंने बैठक में आमंत्रित किया। इस दौरान आम सहमति से सुधीर वशिष्ठ को अध्यक्ष व धीरज कौशिक को महासचिव घोषित कर दिया गया। बड़ी संख्या में वकीलों ने उनका माल्यार्पण कर जोरदार स्वागत किया।
धीरज कौशिक ने बताया कि संगठन में धर्मप्रकाश को संरक्षक, ताराचंद गौतम को वरिष्ठ उपाध्यक्ष, संजीव कुमार कौशिक को उपाध्यक्ष, राजेश कुमार को सहसचिव, गीतारानी को संस्कृति सचिव, मनोज कुमार को पुस्तकालय अध्यक्ष बनाया गया है। इसके अलावा अशोक कुमार को संयुक्त प्रकाशन मंत्री, संजीव कुमार शर्मा को कोषाध्यक्ष, संजय त्यागी को मीडिया प्रभारी, कपिल त्यागी को सहसचिव प्रशासन, हरेंद्र कुमार जाटव को पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं, वकील हरपाल सिंह, राखी त्यागी, प्रेमलता मिश्रा, अरूण कुमार, मुकेश चिकारा, उमेश वशिष्ठ को कार्यकारिणी सदस्य चुना गया है, जबकि रामनरेश, नितिन, देवेंद्र कुमार, रोबिन शर्मा, पुलकित को परामर्श समिति का सदस्य बनाया गया है।
बातचीत में अध्यक्ष सुधीर वशिष्ठ ने कहा कि तहसील में वकीलों को एकजुट किया जाएगा। उनके अधिकारों के लिए वे लगातार प्रयास करते रहेंगे। ध्यान रहे कि मोदीनगर तहसील में वकीलों के पूर्व में भी तीन संगठन थे। इस समय बार एसोसिएशन मोदीनगर व अधिवक्ता बार एसोसिएशन मोदीनगर के नाम से दो संगठन चल रहे थे। तीसरे संगठन का बार एसोसिएशन मोदीनगर में विलय हो गया था। अब यहां तीसरा संगठन बनने के बाद वकीलों में तरह-तरह की चर्चाएं तेज हो गई हैं।