खबर का असर…
हॉस्पिटल द्वारा कचरा व गंदगी को लेकर खबर चलने पर जागा प्रशासन…
स्वच्छ भारत अभियान को लेकर उठाए कदम…
मोहनलालगंज राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज कस्बे में उप जिलाधिकारी आवास के पास निजी अस्पताल द्वारा संक्रमित कूड़ा कचरा फेंके जाने की खबर प्रकाशित होने के बाद जागे प्रशासन ने सफाई तो करवा दी लेकिन ऐसे में सवाल यह उठता है कि इन निजी अस्पतालों के ऊपर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जाती। मोहनलालगंज एसडीएम आवास के पास सिग्मा अस्पताल के द्वारा इस्तेमाल की गयी सीरिंजे,पट्टी, मलहम,के साथ ही अस्पताल का कचरा पिछले कई महीनों से खुले में फेंका जा रहा था जिसकी शिकायत लोगों ने कई बार अस्पताल संचालक से की लेकिन अपने रसूख के चलते उन्होंने सफाई करवाना तक उचित नहीं समझा वही जब मामला प्रकाश में आया तब जाकर स्थानीय प्रशासन ने सफाई करवाई लेकिन अस्पताल के ऊपर अभी कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। आपको बताते चलें कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से अस्पतालों के मेडिकल कचरे को अलग अलग श्रेणियों मे बांटा गया है। इसके लिए अस्पतालों को पीले, हरे व लाल रंग के कूड़ादान बना कर चिकित्सीय कचरा एकत्र करने के निर्देश दिए गए है। इसके बाद भी अस्पतालों से खुले आम आसपास खाली स्थानों पर संक्रमित मेडिकल कचरा फेंका जा रहा था। नियमों को ताक पर रखकर अस्पताल के संचालक मनमानी करते हैं वही शासन प्रशासन भी इनके रसूख के आगे नतमस्तक रहता है।
संवाददाता अनुराग तिवारी की रिपोर्ट…