सर्दी का मौसम आते ही चंबल घाटी में प्रवासी पक्षियों का आना शुरू…
औरैया, 22 दिसम्बर । उत्तर प्रदेश के धार्मिक दृष्टिकोण से अति महत्वपूर्ण पांच नदियों यमुना, चंबल, सिंध, पहूज और क्वांरी के संगम पंचनद धाम जो औरैया, इटावा, जालौन और मध्य प्रदेश के भिंड जनपद की सीमा और उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित इस धार्मिक स्थल पर हमेशा प्रवासी पक्षियों के लिए शांति और सुरक्षित स्थान रहा है।
जिन्हें देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं लेकिन विगत कुछ वर्षों से इस क्षेत्र में इन प्रवासी पक्षियों के शिकार के लिए स्थानीय शिकारी तरह तरह के हथकंडे अपनाते हैं इसके लिए ज़हरीला अनाज,फंदवारी (फंदा) और गुर्दा डोर का इस्तेमाल करते हैं जिससे भहभीत होकर कुछ वर्षों से इस क्षेत्र में पक्षियों का कलरव कम होता जा रहा है इस समय जो पक्षी यहां आ रहे हैं बहुत ही एहतियात बरतने लगे हैं इसलिए अब आने से पहले वो अपने लिए सुरक्षित आशियाना खोजते हैं इसलिए इन्होंने पहले नदी किनारे पर खड़े विद्युत पोल पर वसेरा लिया है।
हिन्दुस्थान समाचार ने इनके आने की आहट मिलते ही इन परिंदों के समूहों को अपने कैमरे में कैद किया जो क्षेत्र में आकर पहले नदी किनारे हाई टेंशन विद्युत पोल जिससे नदी के पार लाइन गई है उस पर बैठे और फिर इस विद्युत पोल से अपने लिए सुरक्षित स्थान की खोज कर विचरण करेंगे। सेंचुरी विभाग और प्रशासन को इन शिकारियों के खिलाफ कड़ा अभियान चलाया जाना चाहिए जिससे इस क्षेत्र की पहिंचान इन प्रवासी पक्षियों के लिए बनी रहे।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…