शिकंजा :…350 लोगों से 10 करोड़ की ठगी में कंपनी निदेशक गिरफ्तार…

शिकंजा :…

350 लोगों से 10 करोड़ की ठगी में कंपनी निदेशक गिरफ्तार…

92 नई कारें भी जब्त…

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने 350 लोगों से 10 करोड़ की ठगी के आरोपी एसपीएम इक्पेक्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के भगोड़े निदेशक सरोज महापात्रा को गुरुवार को भुवनेश्वर से गिरफ्तार किया। आरोपी ने पटना के सिद्धा महाबीरपुरी पार्ट-2 और भुवनेश्वर में अपना ठिकाना बना रखा था। लंदन के हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई करने का दावा करने वाले इस शख्स पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम रखा था। पुलिस के मुताबिक, कंपनी के खिलाफ राजस्थान और यूपी में भी मामले दर्ज हैं।

आरोपी ने ठगी के लिए एसपीएम इक्पेक्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के तहत हैलो टैक्सी नाम से एक पोंजी स्कीम में लोगों से निवेश कराया था। आरोप है कि इसके लिए रोहिणी के सेक्टर-16 और साहिबाबाद औद्योगिक एरिया में कार्यालय खोला गया था। ईओडब्ल्यू के ज्वाइंट कमिश्नर ओ.पी. मिश्रा ने बताया कि पीड़ित धर्मेंद्र सहित अन्य लोगों ने कंपनी और इसके पदाधिकारियों सरोज महापात्रा, राजेश महतो, डेजी विजय मेनन, सुंदर भाटी, हरीश भाटी और अन्य अज्ञात पर निवेश के नाम पर धोखा देने की शिकायत दी थी। इस संबंध में पिछले साल जून में मामला दर्ज किया गया था।

अधिकतम निवेशकों को आकर्षित करने के लिए ओला कंपनी जैसी स्कीम हैलो टैक्सी चलाने के लिए आरोपी सरोज को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनुभवी पेशेवर के रूप में पेश किया गया था। पुलिस के मुताबिक, वह कंपनी का निदेशक व सीईओ है। वह मुख्य आरोपी है और धोखाधड़ी के लिए चलाई गई पोंजी स्कीम का सरगना है। सरोज खुद के स्ट्रेटजी स्पेशलिस्ट होने का दावा करता है। उसने पुलिस को बताया कि वह लंदन से रेवेन्यू मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रखी है। साथ ही हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से बिजनेस मैनेजमेंट में डिग्री ली है। वह खुद को कई बड़े समूह में राजस्व प्रमुख के रूप में काम करने का भी दावा करता है।

पिछले साल केस दर्ज करने के बाद जांच शुरू हुई तो पता चला कि निवेश कराने के बाद कंपनी के अधिकारी कार्यालयों को बंद करके फरार हो गए थे। जांच आगे बढ़ी तो कंपनी के बैंक खाते में 3,27,48,495 रुपये होने का पता चला। इसके बाद खाते को फ्रीज कर दिया गया था। वहीं, निवेश के करीब 5.35 करोड़ रुपये की रकम से खरीदी गई 92 नई कारें भी जब्त कर ली गई थीं।

कंपनी के सभी फरार अधिकारियों सुंदर सिंह भाटी, राजेश महतो, सरोज महापात्रा और डेज़ी विजय मेनन को घोषित अपराधी करार दिया गया। पुलिस ने राजेश महतो और डेज़ी विजय मेनन को दिल्ली और गोवा से गिरफ्तार किया था, जो अभी न्यायिक हिरासत में हैं। वहीं, सुंदर सिंह भाटी और सरोज महापात्रा की गिरफ्तारी के लिए 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था। इनमें सुंदर सिंह भाटी अभी भी फरार है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…