किसानों का प्रदर्शनः दिल्ली की सीमाओं पर सुरक्षा बंदोबस्त और कड़े किेए गए…

किसानों का प्रदर्शनः दिल्ली की सीमाओं पर सुरक्षा बंदोबस्त और कड़े किेए गए…

याताायात प्रभावित…

नई दिल्ली। केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों की दिल्ली से लगी सीमाओं पर बढ़ती संख्या को देख बुधवार को पुलिस ने सुरक्षा और कड़ी कर दी। दिल्ली के उत्तर प्रदेश से लगने वाले गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन तेज हो गया है, जिससे राज्य को राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ने वाला एक प्रमुख मार्ग बंद है। यातायात पुलिस ने ट्वीट किया, ‘‘गौतम बुद्ध नगर के पास किसानों के प्रदर्शन के कारण ‘नोएडा लिंक रोड’ पर चिल्ला बॉर्डर बंद है। लोगों को नोएडा जाने के लिए ‘नोएडा लिंक रोड’ की बजाय एनएच-24 और डीएनडी का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया जाता है।’’ फिरोजाबाद, मेरठ, नोएडा और एटा से लगातार आ रहे किसानों के कारण अधिकारियों को लगातार दूसरे दिन चिल्ला बॉर्डर बंद रखना पड़ा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के अनेक किसान दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर मौजूद हैं और केन्द्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पंजाब तथा हरियाणा के किसानों का साथ देने के लिए दिल्ली जाना चाहते हैं। प्रदर्शन कर रहे किसान राम किशन ने कहा, ‘‘फिरोजाबाद, मरेठ, नोएडा और एटा सहित कई जिलों से और किसान चिल्ला बॉर्डर की ओर आ रहे हैं। हमारी मांगे पूरी होने तक हम यहां से नहीं जाएंगे।’’ गाजीपुर बॉर्डर पर मौजूद एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि यहां होने से उन्हें घर पर खेती से जुड़े कार्यों को लेकर काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है, इसके बावजूद वह पीछे नहीं हटेंगे। मुजफ्फरनगर भारतीय किसान यूनियन के सदस्य सोनू ने कहा, ‘‘इस समय हम गन्ने की खेती करते हैं, लेकिन यह जरूर है। सरकार के हमारी मांगे पूरी करने तक हम प्रदर्शन जारी रखेंगे।’’ प्रमुख प्रदर्शन स्थलों में से एक सिंघु बॉर्डर पर भी और किसानों ने इकट्ठा होना शुरू कर दिया है। किसानों के प्रदर्शन के जारी होने के मद्देनजर दिल्ली की सीमाओं पर सुरक्षा बल की भारी तैनात रही और कंक्रीट के अवरोधक अब भी वहां है। पुलिस के अनुसार किसानों के ‘दिल्ली चलो’ प्रदर्शन मार्च के मद्देनजर एहतियाती तौर पर दिल्ली के सीमा बिंदुओं पर वाहनों की तलाशी बढ़ा दी गई है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘‘यूपी गेट’ के पास गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा बलों की भारी तैनाती के अलावा सीमेंट के अवरोधक और कई स्तर पर अवरोधक लगाए गए हैं, जहां शनिवार से कई किसान प्रदर्शन कर रहे हैं।’’ उल्लेखनीय है कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों की चिंताओं पर गौर करने के लिए एक समिति गठित करने के सरकार के प्रस्ताव को मंगलवार को किसान प्रतिनिधियों ने ठुकरा दिया था। सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों के साथ मंगलवार को हुई उनकी लंबी बैठक बेनतीजा रही थी। अब दूसरी बैठक बृहस्पतिवार को होगी। राष्ट्रीय राजधानी को गुड़गांव और झज्जर-बहादुरगढ़ से जोड़ने वाले दो अन्य बॉर्डर भी एहतियाती तौर पर बंद कर दिए गए हैं। यातायात पुलिस ने टिकरी, झाड़ौदा और झटीकरा बॉर्डर को भी हर तरह के ‘‘यातायात’’ के लिए बंद कर दिया गया है। बडूसराय बॉर्डर केवल दो-पहिया वाहनों के लिए खुला है। उसने कहा कि हरियाणा के लिए ढांसा, दौराला, कापसहेड़ा, राजोकरी एनएच-8, बिजवासन/ बजघेड़ा, पालम विहार और डूंडाहेड़ा बॉर्डर खुले हैं। यातायात को अन्य मार्गों पर परिवर्तित करने की वजह से जाम लग गया है। राष्ट्रीय राजधानी को गुड़गांव और झज्जर-बहादुरगढ़ से जोड़ने वाले दो अन्य बॉर्डर भी एहतियाती तौर पर बंद कर दिए गए हैं। यातायात पुलिस ने टिकरी, झाड़ौदा और झटीकरा बॉर्डर को भी हर तरह के ‘‘यातायात’’ के लिए बंद कर दिया गया है। बडूसराय बॉर्डर केवल दो-पहिया वाहनों के लिए खुला है। उसने कहा कि हरियाणा के लिए ढांसा, दौराला, कापसहेड़ा, राजोकरी एनएच-8, बिजवासन/ बजघेड़ा, पालम विहार और डूंडाहेड़ा बॉर्डर खुले हैं। यातायात को अन्य मार्गों पर परिवर्तित करने की वजह से जाम लग गया है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…