*नारी निकेतन की 24 महिलाएं कोरोना पॉजिटिव,*
*इलाज बना चुनौती,कई महिलाओं को आते हैं मिर्गी के दौरे*
*ग्रेटर नोएडा।* मानसिक रूप से कमजोर 24 महिलाएं कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गई हैं। मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने से वे अपनी बीमारी के बारे में डॉक्टरों को सही जानकारी नहीं दे पा रही हैं। कोविड अस्पताल में भर्ती इन महिलाओं का व्यवहार भी दूसरे मरीजों से अलग है। इसके चलते इनका इलाज डॉक्टरों के लिए चुनौती है। अब कोरोना के साथ-साथ मनोचिकित्सकों की टीम भी इनके इलाज में जुटी है।
नोएडा के सेक्टर-34 के नारी निकेतन की 24 महिलाओं कोरोना पॉजिटिव हो गई हैं। नारी निकेतन में हर सप्ताह यहां रह रहीं महिलाओं की कोविड जांच की जाती है। इसी रूटीन जांच में इन महिलाओं के पॉजिटिव होने की जानकारी मिली। इन महिलाओं को 4 दिन पहले ग्रेटर नोएडा के शारदा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
शारदा अस्पताल के प्रवक्ता डॉ. अजित कुमार ने बताया कि पहले इन महिलाओं को सामान्य वार्ड में रखा गया था, लेकिन बाद में इनके लिए अलग से इंतजाम किया गया ताकि सभी महिलाओं को बेहतर इलाज मिल सके।
*कई महिलाओं को आते हैं मिर्गी के दौरे*
यहां भर्ती सभी महिलाएं लेवल-1 की मरीज हैं। शारदा अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक यहां भर्ती इन महिलाओं में से 70 प्रतिशत मानसिक रोगी हैं जबकि 20 प्रतिशत मंद बुद्धि हैं। कुछ महिलाओं को मिर्गी के दौरे आते हैं। इन महिलाओं का व्यवहार और मरीजों से भिन्न है। ये महिलाएं अचानक बेड शीट फाड़ने लगती हैं तो कोई टायलेट करने लगती है इसलिए इनको संभालना थोड़ा मुश्किल है।
*नारी निकेतन ने साझा की केस हिस्ट्री*
अस्पताल के प्रवक्ता डॉ. अजित कुमार ने बताया कि शुरुआत में इन महिलाओं के इलाज में मुश्किल आई। इन महिलाओं की पहले की हिस्ट्री नहीं पता थी। इनको कौन से दवा दी जा रही थी, क्या दिक्कत थी और इनका व्यवहार कैसा रहता है। इसके लिए नारी निकेतन से संपर्क किया गया। नारी निकेतन प्रबंधन ने पूरी जानकारी साझा की। साथ ही, नारी निकेतन से एक समन्वयक शारदा अस्पताल आ गए हैं। वह वार रूम में बैठ कर डॉक्टरों की मदद कर रहे हैं।
*मनोचिकित्सकों की टीम भी जुटी*
शारदा अस्पताल के मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. कुणाल कुमार इन महिलाओं के स्वास्थ्य को देख रहे हैं। कोविड वार्ड में उनकी भी टीम लगी हुई है। कोरोना के इलाज के साथ-साथ मानसिक इलाज रोग का भी चल रहा है। मानसिक रोगियों के इलाज में प्रशिक्षित नर्सों को यहां पर लगाया गया है।
*नारी निकेतन में पूरी सतर्कता से हो रहा काम*
नारी निकेतन प्रबंधन की ओर से निकिता पटेल ने बताया कि उनके यहां करीब 100 महिलाओं की देखभाल की जा रही है। इन सभी को काउंसिलिंग, दवाएं, भोजन, रहने का आदि का इंतजाम किया जाता है। नियमित रूप से डॉक्टर आते हैं और स्वास्थ्य जांच करते हैं। यहां से 35 महिलाओं को ठीक करके उनके घर भेजा गया है। उन्होंने आशंका व्यक्त की कि यहां पर जो नए लोग आते हैं, उनसे यह संक्रमण फैला हो। उनके यहां हर सप्ताह कोरोना की जांच कराई जाती है। पूरी सतर्कता बरती जा रही है।