*आज से कटेगा 2 हजार का चालान*
*जान लें ये नए नियम*
देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के उपराज्यपाल ने शुक्रवार शाम को कोविड-19 महामारी प्रबंधन नियंत्रण 2020 के नियमों में बदलाव को मंजूरी दे दी,नए नियमों के तहत अब कोरोना वायरस के मानदंडों और सामाजिक दूरी के नियम तोड़ने पर 2000 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
इसके साथ ही दिल्ली में मास्क न पहनने और सार्वजनिक स्थानों पर पान,गुटखा आदि खाने पर भी 2000 रुपये जुर्माना देना होगा।दिल्ली सरकार के 20 नवंबर के नोटिफिकेशन में यह जानकारी दी गई है। दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं,जिसके चलते केजरीवाल सरकार ने इस पर नियंत्रण के लिए प्रभावी उपाय अपनाने का निर्णय लिया है।
दरअसल, एक दिन पहले ही दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में मास्क न लगाने पर 2000 रुपये जुर्माना लगाने का फैसला किया था,जिस पर अब राज्यपाल ने भी मुहर लगा दी है,अभी तक जुर्माने के तौर पर 500 रुपये वसूले जा रहे थे।
दिल्ली सरकार के नोटिफिकेशन में स्पष्ट किया गया है कि क्वारंटीन नियमों का पालन नहीं करने,सोशल डिस्टेंसिंग को नहीं अपनाने और सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क नहीं पहनने पर 2 हजार जुर्माना वसूला जाएगा,इसके अलावा सार्वजनिक स्थानों पर थूकना प्रतिबंधित करने के साथ ही अब सार्वजनिक क्षेत्रों में पान और तम्बाकू के सेवन पर भी प्रतिबंध है।
इससे पहले, दिल्ली सरकार ने गुरुवार को सार्वजनिक क्षेत्रों में मास्क नहीं पहनने के लिए 2,000 रुपये का जुर्माना लगाने के अपने इरादे को स्पष्ट कर दिया था और पहले के जुर्माने से चार गुना वृद्धि करते हुए नियम को और भी सख्त करने का फैसला किया था।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना महामारी को नियंत्रित करने के मुद्दे पर दिल्ली सचिवालय में एक सर्वदलीय बैठक के बाद आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गुरुवार को इसकी घोषणा की।
बता दें कि दिल्ली में शुक्रवार को कोविड-19 के 6,608 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों का आंकड़ा 5.17 लाख से अधिक पहुंच गया।पिछले 24 घंटे में कोरोना से 118 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या 8,159 हो गई,अधिकारियों ने ये जानकारी दी।
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एक बुलेटिन के अनुसार, शुक्रवार को मामलों की कुल संख्या बढ़कर 5,17,238 हो गई जिनमें से 4,68,143 लोग स्वस्थ हो चुके हैं. इसके अनुसार दिल्ली में इस समय 40,936 मरीजों का इलाज चल रहा है।