*भारत तिब्बत के मामले को राष्ट्रसंघ में उठाए*
*पालमपुर, 11 नवंबर।* भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री शान्ता कुमार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिख कर यह मांग की है कि इस समय की अत्यन्त अनुकूल अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों में भारत को दो काम जल्द करने चाहिए। उन्होंने लिखा है कि महामना दलाई लामा को भारत रत्न से सम्मानित करे और तिब्बत के मामले को राष्ट्रसंघ में उठाएं। शान्ता कुमार ने कहा कि महामना दलाई लामा को विश्व का सबसे बड़ा पुरस्कार नोबल पुरस्कार मिला है। बहुत से अन्य देशों के भी सर्वोच्च पुरस्कार से वे सम्मानित हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस समय महामना दलाई लामा विश्व में सबसे अधिक सम्मानित आध्यात्मिक नेता है। भारत को अपना गुरु कहते हैं। उनको सम्मानित करके भारत भी सम्मानित होगा। उन्होंने कहा कि शांतिप्रिय और दुनिया को महात्मा बुद्ध का शांति का उपदेश देने वाले तिब्बत का नरसंहार 21वीं सदी की सबसे बड़ी त्रासदी है। 1950 में कांग्रेस सरकार ने एक पाप किया था जब चीन को तिब्बत पर अधिकार करने दिया। उस समय विश्व के अमेरिका जैसे सबसे बड़े देश यह चाहते थे कि भारत तिब्बत प्रश्न को राष्ट्रसंघ में उठायें। प्रबल समर्थन मिलता तिब्बत बच जाता और भारत की सीमा चीन से कभी नही मिलती। उन्होंने कहा कि आज चीन पूरे विश्व में अकेला पड़ गया है। अमेरिका जैसे बड़े देश भी उसे एक संकट समझते है। कहा कि 1950 में जो भयंकर भूल हुई थी उसको सुधारने का इतिहास ने आज एक सुनहरा मौका दिया है। भारत द्वारा यह दो कदम उठाने से विश्व में अकेला पड़ा चीन पूरी तरह से बेनकाब हो जाएगा।