अब घर पर चलेगीं कक्षाएं, बच्चों को पढ़ाएंगे शिक्षक…

अब घर पर चलेगीं कक्षाएं, बच्चों को पढ़ाएंगे शिक्षक…

मीरजापुर, 10 अक्टूबर परिषदीय स्कूलों के शिक्षक घर-घर जाकर बच्चों को पढ़ाएंगे।अब बच्चों के घरों पर ही कक्षाएं चलेंगी। हांलाकि यह विभागीय योजना स्वैच्छिक है। शिक्षक अपनी स्वेच्छानुसार एक घर में अधिकतम पांच बच्चों को ही एक साथ पढ़ा सकेंगे। इसका मकसद शिक्षण सामग्री पहुंचाने के साथ ही इन बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित करना भी है। योजना के तहत शिक्षक अपने स्कूल से बाहर निकलकर घर-घर जाकर अधिकतम पांच-पांच बच्चों का समूह बनाकर पठन-पाठन के साथ ही उनकी समस्याओं का समाधान कराएंगे। साथ ही राज्य स्तर से ई पाठशाला फेज 2 से प्राप्त शिक्षण सामग्री को शिक्षक अभिभावकों व उनके बच्चों तक पहुंचाएंगे। वर्तमान में जनपद में 1611 प्राथमिक विद्यालय व 599 उच्च प्राथमिक विद्यालय, 06 मल्टी स्टोरी विद्यालयों में लगभग 2 लाख 78 हजार बच्चे पंजीकृत हैं। कोविड 19 के चलते परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इन बच्चों के अभिभावकों के पास मल्टी मीडिया मोबाइल न होने के कारण लगभग 17 फीसद बच्चें ही विद्यालयों में शिक्षकों द्वारा बनाए गए व्हाटसएप ग्रुप से जुड़ पाए हैं। जिसके चलते इन बच्चों को शिक्षित करना एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। इसके मददेनजर नवागत बीएसए गौतम प्रसाद द्वारा अनूठी पहल शुरू की गई है। इसके तहत अब शिक्षक स्वैच्छिक रूप से परिषदीय स्कूलों में बैठने की बजाए घर-घर जाकर पांच-पांच बच्चों का समूह बनाकर पढ़ाएंगे। वर्तमान समय में प्राथमिक विद्यालय भगेसर पहाड़ी के प्रधानाध्यापक रविकांत द्विवेदी, पूर्व माध्यमिक विद्यालय मवैया धाम, कंपोजिट स्कूल भटेवरा छानबे के शिक्षक व एसआरजी दिनेशचंद्र शुक्ला द्वारा पूर्व से ही घर-घर जाकर बच्चों को कुछ देर पढ़ाने के साथ ही पढ़ाई के लिए प्रेरित कर रहे हैं। बीएसए गौतम प्रसाद ने कहा कि वर्तमान में कोविड 19 के चलते बच्चों के लिए स्कूल बंद है। इसके मद्देनजर बच्चों को अभिभावकों के माध्यम से शिक्षण सामग्री का वितरण कराया जा रहा है। साथ ही शिक्षकों को स्वेच्छानुसार बच्चों को घर-घर जाकर पढ़ाने के लिए कहा गया है, जिससे मल्टीमीडिया विहीन बच्चों की पढ़ाई निर्बाध रूप से चलती रहे।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…