लॉकडाउन के दौरान बढ़े चाइल्ड पोर्नोग्राफी के मामले…

लॉकडाउन के दौरान बढ़े चाइल्ड पोर्नोग्राफी के मामले…

41 लोग गिरफ्तार…

केरल लॉकडाउन में बढ़ते चाइल्ड पोर्नोग्राफी के मामलों के बीच राज्यव्यापी कार्रवाई के दौरान केरल पुलिस के साइबर विंग ने सोमवार को कुछ आईटी पेशेवरों समेत 41 लोगों को गिरफ्तार किया है। राज्य के एडिशनल डीजीपी मनोज अब्राहम ने कहा कि इस मामले में 268 केस दर्ज किए गए हैं।अधिकांश गिरफ्तार लोग ऐसी सामग्रियों को अपलोड और डाउनलोड करने और उन्हें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सर्कुलेट करने के लिए एन्क्रिप्टेड हैंडल का उपयोग करते पाए गए। कई इलेक्ट्रोनिक डिवाइसेज और फोन उन सभी लोगों के पास से जब्त किए गए हैं।
अब्राहम ने बताया, अभियुक्तों की पहचान और उनकी गिरफ्तारी साइबडोम, इंटरपोल और अन्य एजेंसियों की मदद से की गई है।जो मटेरियल जब्त किए गए हैं उनमें 6 से 15 आयु समूह के बच्चे शामिल हैं।अधिकारियों ने इस ऑपरेशन को ‘P Hunt 20.2’ देते हुए पिछले तीन हफ्ते के दौरान राज्यसभा में सघन तलाशी अभियान को जारी रखा।
साइबर क्राइम में एक विशेष अधिकारी के तौर पर तैनात किए गए अब्राहम ने कहा, “महामारी के दौरान स्वास्थ्य के अलावा जिसके ऊपर सबसे बड़ा दुष्प्रभाव पड़ा है वो है ऑनलाइन क्राइम। लॉकडाउन में डिजिटल इस्तेमाल में काफी बढ़ोत्तरी हुई है और इसी के साथ पोर्नोग्राफी खासकर चाइल्ड पोर्नोग्राफी के मामले बढ़े हैं। कई लोग यह सोचते हैं कि रात के अंधेरे में वो जो कुछ भी नेट पर सर्च करते हैं उस पर किसी की नजर नहीं है,लेकिन ये उनकी भूल है। कई मामलों में देखा गया कि वे बीमार होते हैं जिन्हें इलाज की जरूरत होती है जबकि कई रिपीट ऑफेंडर्स होते हैं।छापे के दौरान साइबरडोम ने यह पाया कि कुछ यूजर्स हर तीन दिन पर अपने स्मार्ट फोन को फॉरमेट कर देते थे ताकि पकड़ से बचा जा सके। पीड़ित के कैमरे को एक्टिव करने के लिए वे मलवेयर्स का इस्तेमाल करते थे और बच्चों की जानकारी चुराने का मामले भी सामने आया है। उन्होंने कहा- कई आपत्तिजनक तस्वीरें, वीडियो घर के अंदर के हाल के दिनों में अपलोड किए गए हैं, जो यह साफतौर पर दिखाते हैं कि उनमें से अधिकतर तस्वीरें केरल से लिए गए हैं।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…