पुलिस ने अनशन स्‍थल को खाली कराया, सात छात्र हिरासत में…

पुलिस ने अनशन स्‍थल को खाली कराया, सात छात्र हिरासत में…

प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र अंतिम वर्ष की परीक्षा समेत पांच सूत्रीय मांगों के समर्थन में 35 दिन से अनशन पर बैठे थे। मंगलवार की दोपहर में पुलिस ने उन छात्रों के खिलाफ सख्‍ती की। अनशन समाप्‍त कराने के लिए पहले पुलिस ने समझाया। जब छात्र नहीं माने तो हल्‍का बल प्रयोग करके उन्‍हें हिरासत में ले लिया। उन सभी को वाहनों में ले जाया गया है। अब मजिस्‍ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा।

पांच सूत्रीय मांगों को लेकर अनशन पर बैठे थे छात्र

बता दें कि अंतिम वर्ष की परीक्षा समेत पांच सूत्रीय मांगों को लेकर इन दिनों इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र छात्रसंघ भवन के समक्ष अनशन कर रहे थे। मंगलवार को भी काफी संख्‍या में छात्र सुबह से ही पहुंचे थे। पुलिस भी छात्रसंघ भवन पर पहुंची। दोपहर में जब पुलिस ने छात्रों को अनशन समाप्‍त करने को कहा तो हो-हल्‍ला मचने लगा। इस पर पुलिस ने हल्‍की सख्‍ती दिखाते हुए अनशन पर बैठे सात छात्रों को हिरासत में ले लिया। वाहन से छात्रों को ले जाया गया। इस दौरान नारेबाजी भी कर रहे थे।

हॉस्‍टल में प्रवेश को लेकर छात्रों का सत्याग्रह जारी

उधर इलाहाबाद विश्वविद्यालय हॉस्टल में प्रवेश न मिलने के विरोध में छठें दिन भी छात्रों का सत्याग्रह आंदोलन जारी रहा। डीएसडब्ल्यू कार्यालय के बाहर फिर छात्रों ने पूरी रात गुजारी। एनएसयूआइ की इकाई अध्यक्ष सत्यम कुशवाहा ने कहा कि अगर विश्वविद्यालय हमारे मूल अधिकार का हनन और दमन कर रहा है तो हम भी अपने संविधान प्रदत्त अधिकार की जानकारी रखते हैं। इसे प्राप्त करने के लिए हम लगातार मोर्चे पर डटे रहेंगे। शरद शंकर ने कहा जहां शिक्षक छात्रों के स्वॢणम भविष्य हेतु समर्पित रहते हैं, वही आज शिक्षक का रूपांतरण भक्षक के रूप में होता प्रतीत होता है।

पुतला दहन को लेकर पुलिस और छात्रों में छीनाझपटी हुई थी

इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के छात्रसंघ भवन पर समाजवादी छात्रसभा की तरफ से सोमवार को तमाम मांगों के समर्थन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंका गया था। भनक लगने पर चौकी प्रभारी विश्वविद्यालय हर्ष वीर सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान पुलिस और छात्रों के बीच हुई पुतले की छीनाझपटी में चौकी प्रभारी झुलस गए। मामले में कर्नलगंज पुलिस ने मारपीट, सरकारी काम में बाधा डालने और महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया था।

पत्रकार इरफान खान की रिपोर्ट…