कानून हाथ में लेने वाले मंत्री के बेटे व दोस्तों को सबक सिखाया महिला कांस्टेबल ने….
…और कांस्टेबल सुनीता ने बदजुबानी करने पर डंडा भी उठा लिया 👆 मंत्री से भी की डटकर बात, उन्हे बताई बेटे की करतूत👆
मंत्री की सिफारिश न मानने वाली सुनीता यादव को छुट्टी पर भेजा गया, उसने कहा हमने इस्तीफा दिया…
लखनऊ/सूरत। गुजरात के सूरत में एक महिला सिपाही ने साबित कर दिया है कि वर्दी और फर्ज से बढ़ा कुछ नहीं होता है। गुजरात के स्वास्थ्य राज्यमंत्री कुमार कानाणी के बेटे प्रकाश कानाणी अपने समर्थकों को कर्फ्यू उल्लंघन मामले में छुड़ाने पहुंचे थे, लेकिन महिला पुलिस सिपाही सुनीता यादव ने प्रकाश कनाणी को ही कानून का पाठ पढ़ा दिया। महिला सिपाही और राज्यमंत्री के बीच फोन काफी देर कहासुनी हुई, करीब डेढ़ घंटे तक चले इस ड्रामे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। वीडियो वायरल होने के बाद सुनीता यादव को छुट्टी पर भेज दिया गया है।
पुलिस विभाग का जहां कहना है कि सुनीता को छुट्टी पर भेजा गया है, वहीं सुनीता का कहना है कि उसने इस्तीफा दे दिया है। मैंने जिस दिन फोर्स ज्वाइन की थी उसी दिन निर्णय लिया था कि कभी भी अपने कर्तव्य और आत्म सम्मान से समझौता नहीं करूंगी। सुनीता यादव ने ये भी कहा कि मुझे पर दवाब डाला जा रहा है कि मैं माफी मांगू, मैं किस बात की माफी मांगू- मुझे अपने स्वाभिमान से समझौता करके नौकरी नहीं करनी है। कांस्टेबल सुनीता यादव ने 8 जुलाई को नाइट कर्फ्यू का उल्लंघन करने में प्रकाश कनानी व उसके दोनों दोस्तों को रोका था। सभी के खिलाफ आईपीसी की धारा 269/270/188 एवं 144 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सोशल मीडिया पर सुनीता यादव की काफी तारीफ हो रही हैं। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने अपने ट्वीट में लिखा, “ईमानदारी से काम कर रहे अफसर को ड्यूटी मत सिखाओ, अपनी बिगड़ी औलादों को तमीज सिखाओ ! ऐसे ढीठों को सुधारने के लिए सुनीता यादव जैसे और अफसरों को आगे आने की जरूरत है।
“हिंद वतन समाचार” की रिपोर्ट, , ,