एसटीएफः उत्तर प्रदेश शासन का उच्चाधिकारी बनकर धोखाधड़ी करने वाला अन्तर्राज्यीय गिरोह का सरगना जमशेदपुर (पूर्वी सिंहभूमि), झारखण्ड से गिरफ्तार…
दिनांक 28.06.2020 को एसटीएफ उ0प्र0 को उत्तर प्रदेश शासन का उच्चाधिकारी बनकर धोखाधड़ी करने वाला अन्तर्राज्यीय गिरोह का सरगना जमशेदपुर (पूर्वी सिंहभूमि), झारखण्ड से गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
गिरफ्तार अभियुक्त का विवरणः
रंजन कुमार मिश्रा पुत्र स्व0 रामनरेश मिश्रा नि0 सिढियाघाट, थाना कोतवाली चैक, जनपद गया, बिहार वर्तमान पता म0नं0 2967 नामो टोला, थाना परसूहडीह, जनपद पूर्वी सिंहभूमि, जमशेदपुर, झारखण्ड।
बरामदगी का विवरणः-
1- रू0 36 हजार नगद।
2- 01 अदद एसबीआई एटीएम कार्ड।
3- 01 अदद आधार कार्ड।
4- 02 अदद मोबाईल फोन।
5- 05 अदद सिम कार्ड।
6- 01 अदद पासबुक बैंक आफ इण्डिया।
उल्लेखनीय है कि दिनांक 20.02.2020 को उत्तर प्रदेश शासन का एक उच्च अधिकारी बनकर प्रोजेक्ट मैनेजर उ0प्र0 राजकीय निर्माण निगम, उ0प्र0 लखनऊ के मोबाईल पर 08 लाख रूपये मांगे जाने की धोखाधड़ी के सम्बन्ध में श्री राजमणि प्राजेक्ट मैनेजर उ0प्र0 राजकीय निर्माण निगम, उ0प्र0 लखनऊ द्वारा थाना सुशान्त गोल्फ सिटी, लखनऊ मे मु0अ0सं0 29/2020 धारा 170/419/420 भादवि का अभियोग पंजीकृत कराया गया था, जिसके सम्बन्ध में एस0टी0एफ0 द्वारा दि0 20-03-2020 को 02 अभियुक्त सुनीत गौतम तथा गणेश तिवारी को बक्सर, बिहार से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था तथा मुख्य अभियुक्त रंजन कुमार मिश्रा फरार चल रहा था, जिसकी गिरफ्तारी हेतु एस0टी0एफ0 मुख्यालय टीम द्वारा सतत् कार्यवाही के प्रयास किये जा रहे थे।
अभिसूचना संकलन के दौरान यह भी ज्ञात हुआ कि उच्च अधिकारी बनकर काल करने वाले व्यक्ति द्वारा जो खाता संख्या पैसा भेजने के लिए दिया गया था। वह खाता एक्सिस बैंक बक्सर बिहार में अभियुक्त गणेश तिवारी उपरोक्त के नाम पर है। कालर के मोबाईल नम्बर का विश्लेषण किया गया तो पता चला कि उसके द्वारा उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त मध्य प्रदेश तथा आसाम में भी कई लोगों को अलग-अलग विभाग का अधिकारी बनकर काल किया गया है। दिनांक 24.02.2020 को आसाम के ज्ञ।ड।ब् म्छळप्छम्म्त्ै च्टज् स्ज्क् सिलीगुड़ी के श्री विनोद अग्रवाल से रू0 06 लाख उसी खाते में जमा करा लिया गया था। जिसमें से 02 दिन के अन्दर 90 हजार निकाल लिए गये तथा शेष रूपये की निकासी पर रोक लगा दी गयी।
पुलिस आयुक्त, लखनऊ के अनुरोध पर पुलिस महानिरीक्षक, एस0टी0एफ0, उ0प्र0 एवं पुलिस उपमहानिरीक्षक, एस0टी0एफ0, उ0प्र0 द्वारा उपरोक्त अभियुक्त की शीघ्र गिरफ्तारी किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। इसी आदेश के क्रम में एसटीएफ उ0प्र0 लखनऊ द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।
अभिसूचना संकलन में माघ्यम से प्राप्त सूचना के आधार पर निरीक्षक श्री अंजनी कुमार तिवारी व उ0नि0 श्री ज्ञानेन्द्र राय के नेतृत्व मे कान्स0 प्रशान्त कुमार व कान्स0 कृष्ण कुमार त्रिपाठी की टीम गठित कर जमशेदपुर, झारखण्ड रवाना की गयी जहां पर उन्होने स्थानीय पुलिस के सहयोग से अथक परिश्रम के पश्चात उक्त धोखाधड़ी करने वाले गैंग के सरगना रंजन कुमार मिश्रा को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की।
गिरफ्तार अभियुक्त रंजन कुमार मिश्रा ने पूछताछ पर बताया कि वर्ष 2008 में तत्कालीन मुख्य मंत्री, झारखण्ड श्री मघुकोड़ा बनकर मंत्री अर्जुन मुण्डा को काल कर रू0 40 लाख रूपये अपने साथी आलोक कुमार निवासी जहानाबाद के बैंक खाते में जमा कराया था, जिसका मुकदमा थाना लालपुर जनपद राँची में पंजीकृत हुआ था।
वर्ष-2010 में जिलाधिकारी पटना बनकर बी0डी0ओ0 पटना को काल करके रू0 40 हजार एक फर्जी नाम पता वाले बैंक खाते में जमा कराया था, जिसका अभियोग थाना गाँधी मैदान, पटना में पंजीकृत हुआ था।
वर्ष-2011 में बिहार के लगभग 10 जिलों के जिला मजिस्ट्रेट बनकर उनके ए0डी0एम0/ एस0डी0एम0 को काल करके विभिन्न नाम के बैंक खातों में लगभग 10 लाख रूपये धोखाधड़ी कर बैंक खाते में जमा करा लिया था, जिसके पश्चात वर्ष 2011 में ही थाना गाँधी मैदान, बिहार से गिरफ्तार होकर जेल गया था।
जिला कारागार, बेउर, पटना, बिहार में निरूद्ध रहते हुए वर्ष-2011 में ही एस0डी0एम0 मनकापुर, गोण्डा के सरकारी मोबाइल नम्बर पर अपने आपको डिवीजनल कमिश्नर बताते हुए एस0डी0एम0 से एस0बी0आई0 के खाते में रु0 40,000/- जमा करवाये थे। इस संबंध में थाना कोतवाली मनकापुर गोण्डा में उक्त मोबाइल एवं खाता धारक अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध मु0अ0सं0 206/11 धारा 420 भादवि पंजीकृत हुआ। ठीक इसी प्रकार के घटनाक्रम के दौरान एस0डी0एम0 बिल्सी, जनपद बदायूं से भी अज्ञात व्यक्ति द्वारा मोबाइल पर काल करके 40,000/- रु0 जमा करा लिए गए। जिसके संबंध में थाना बिल्सी जनपद बदायॅंू पर मु0अ0सं0 819/11 धारा 420/170 भादवि पंजीकृत हुआ था तथा इस गिरोह के 02 सदस्यों को एस0टी0एफ0 द्वारा दिनांक 11-08-2011 को राँची, झारखण्ड से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
इसके अतिरिक्त हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात आदि प्रदेशों में भी उक्त व्यक्ति द्वारा सैकड़ों काल किये गये थे। कुछ फोन नम्बरों से सम्पर्क करने पर जानकारी प्राप्त हुई थी कि कालर ने विभिन्न पदनामों का प्रयोग करते हुए अलग-अलग खातों में पैसा जमा करवाने का प्रयास किया था। ग्वालियर के जिला निर्वाचन अधिकारी ने इसी काॅलर द्वारा अपने आप को मुख्य चुनाव आयुक्त म0प्र0 बताये जाने पर एच0डी0एफ0सी0 बैंक के खाते में दो लाख रुपये जमा कराये गये थे। इसके संबंध में थाना यूनिवर्सिटी रोड, ग्वालियर में अभियोग पंजीकृत हुआ।
वर्ष-2011 से वर्ष 2014 तक जेल में रहने के पश्चात जमानत पर रिहा हुआ तथा वर्ष-2014 से वर्ष-2016 तक भारत पेट्रोलियम में ठेकेदार अमित पारेसर के साथ रहकर मोबिल का प्रचार प्रसार व सर्वे का काम करता रहा। वर्ष-2017 में बिजली अधिकरी बनकर कोरबा छत्तीसगढ़ के बिजली ठेकेदार से रू0 05 लाख अपने साथी जयकिशोर निवासी बिदुपुर महनार के बैंक खाते में जमा करा लिए थे। जिसका मुकदमा थाना बागबेड़ा, जमशेदपुर में पंजीकृत हुआ था और वहां से जेल गये थे।
जनवरी वर्ष-2018 में मध्य प्रदेश के बिजली ठेकेदार से रू0 10 लाख राकेश कुमार निवासी सीतामढ़ी द्वारा उपलब्ध कराये गये बैंक खाते में जमा कराकर निकाल लिये थे। वर्ष-2018 में ही दशहरा के आस पास शासन का सचिव बनकर दिशपुर आसाम के ठेकेदार से धोखे से रू0 07 लाख राकेश कुमार निवासी सीतामढ़ी द्वारा उपलब्ध कराये गये बैंक खाते में जमा कराकर निकाल लिए थे। वर्ष-2018 में जेल जाने से पूर्व केरल के बिजली व रोड के 04 ठेकेदारों से 20 लाख रूपये राकेश कुमार निवासी सीतामढ़ी द्वारा उपलब्ध कराये गये बैंक खाते में जमा करा लिया था। वर्ष-2018 में ही एम0डी0 बनकर दिल्ली के बिजली ठेकेदार को काल कर राकेश कुमार निवासी सीतामढ़ी द्वारा उपलब्ध कराये गये बैंक खाते में रू0 05 लाख जमा करा लिया था। जुलाई 2018 में थाना बागबेड़ा जमशेदपुर से गिरफ्तार होकर जेल गया तथा घाघीडीह झारखण्ड जेल से ट्रान्सफर होकर दिल्ली के केस में तिहाड़ जेल गया। जहां से जून-2019 मंे जमानत पर छूटकर बाहर आया।
पुनः अगस्त 2019 में चेयरमैन यूपीपीसीएल बनकर बिजली विभाग के ठेकेदार सिंह इन्टरप्राइजेज तथा सैयद ट्रेडर्स से 10 लाख रूपये व चीफ जस्टिस बनकर डायरेक्टर जे0टी0आर0आई0 से भी 10 लाख रूपये की मांग की गयी थी जिसमें खाता धारक व उनके कुछ सक्रिय सदस्य गिरफ्तार किये गये थे।
जनवरी-2020 में न्ण्च्ण्त्ण्छण्छण् के इंजिनियर से वरिष्ठ अधिकारी बनकर पैसे की मांग की गयी जिस सम्बन्ध में थाना सैफई, इटावा में मुकदमा पंजीकृत किया गया था।
फरवरी-2020 मे ही उत्तर प्रदेश शासन का एक उच्च अधिकारी बनकर राजमणि प्रोजेक्ट मैनेजर उ0प्र0 राजकीय निर्माण निगम, उ0प्र0 लखनऊ के मोबाईल पर फोन करके यह कहा गया कि मेरे किसी सम्बन्धी की तबियत खराब है और पैसे की तुरन्त आवश्यकता है, यह कहते हुए 08 लाख रूपये दिये गये खाते में जमा करने की बात कही गयी और कहा कि दो-तीन घण्टे में वापस कर दूंगा। इस सम्बन्ध मंे श्री राजमणि द्वारा सुशान्त गोल्फ सिटी लखनऊ में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है।
फरवरी-2020 मे ही आसाम के ज्ञ।ड।ब् म्छळप्छम्म्त्ै च्टज् स्ज्क् सिलीगुड़ी के श्री विनोद अग्रवाल से रू0 06 लाख उसी खाते में जमा करा लिया गया था। जिसमें से 02 दिन के अन्दर 90 हजार निकाल लिए गये तथा शेष रूपये की निकासी पर रोक लगा दी गयी। इस सम्बन्ध में सिलीगुड़ी पुलिस द्वारा कार्यवाही प्रचलित है।
माह फरवरी-2020 में ही मध्य प्रदेश के राज्यपाल के नाम से 04 अलग-अलग विधायको से लाखो रूपये की मांग की गयी। समाचार पत्र के अनुसार पुलिस अधीक्षक सागर म0प्र0 से इस सम्बन्ध में शिकायत की गयी थी। अतः इसकी गिरफ्तारी की सूचना उन्हे प्रेषित की जायेगी।
गैंग के सरगना रंजन मिश्रा के विरूद्ध अब तक ज्ञात पंजीकृत मुकदमों का विवरण निम्नवत हैः-
क्र0सं0 मु0अ0सं0 धारा थाना जनपद
1 153/2008 367, 420, 419 भादवि लालपुर राची झारखण्ड
2 110/2011 420 भादवि गांधी मैदान पटना बिहार
3 120/2011 420, 511 भादवि गांधी मैदान पटना बिहार
4 121/2011 420, 511 भादवि गांधी मैदान पटना बिहार
5 106/2011 419, 420 भादवि सोरांव प्रयागराज
6 206/2011 420 भादवि मनिकापुर गोण्डा
7 819/2011 420, 170 भादवि बिल्सी बदायूं
8 140/2018 467,468,471,419,420,120बी भादवि बागबेड़ा जमशेदपुर, झारखण्ड
9 194/2018 170, 419,420 भादवि अपराध शाखा नई दिल्ली
10 960/2019 384, 419, 420, 507 भादवि गोमतीनगर लखनऊ
11 214/2019 419,420, 467, 471 भादवि तालकटोरा लखनऊ
12 61/2019 419, 420, 411, 120बी, भादवि स्पेशल क्राईम जयपुर, राजस्थान
13 54/2020 419, 420 भादवि व 66 आईटी एक्ट सैफई इटावा
14 29/2020 170, 419, 420 भादवि सुशान्त गोल्फ सिटी लखनऊ
गिरफ्तार अभियुक्त को थाना परसुडीह, जमशेदपुर में दाखिल कर कोविड-2019/सामान्य चिकित्सकीय जांच के पश्चात सम्बन्धित न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर ट्राजिंट रिमाण्ड पर एसटीएफ टीम द्वारा लखनऊ लाया जा रहा है। जिसको थाना सुशान्त गोल्फ सिटी मे दाखिल करने के उपरान्त विवेचक द्वारा विस्तृत पूछताछ कर सम्बन्धित न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…