“सबकी खबर ले, सबको खबर दे” और झेले फर्जी मुकदमे…

“सबकी खबर ले, सबको खबर दे” और झेले फर्जी मुकदमे…

डीएम की तानाशाही के खिलाफ पत्रकारों ने गंगा व यमुना नदी में उतरकर अर्ध नग्न खड़े होकर किया प्रदर्शन…

   वैश्विक आपदा में “कोरोना वारियर्स” के रूप में काम कर रहे पत्रकारों का उत्पीड़न लगातार जारी…

राज्यपाल को भेजे गए ज्ञापन के बाद भी नहीं रुका उत्पीड़न, तब किया जल सत्याग्रह…

फतेहपुर में पत्रकार उत्पीड़न पर प्रियंका गांधी का ट्वीट: सरकार सच्चाई से डर क्यों रही है ?

“लखनऊ जर्नलिस्ट एसोसिएशन” ने मुख्यमंत्री एवं सूचना सचिव से की कार्यवाही की मांग…

सरकार सच्चाई से डर क्यों रही है ? 👆

एलजेए ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री से कि कार्यवाही की मांग 👆

लखनऊ/फतेहपुर। “सबकी खबर ले, सबको खबर दे लेकिन खबर पर पसीना बहाने की कोई सुध न ले” कुछ ऐसा ही आजकल फतेहपुर जिले में पत्रकारों के साथ हो रहा है। जिले के आला हुक्मरान जिलाधिकारी ही हाथ धोकर पत्रकारों के पीछे पड़े हुए हैं, उन्हे सार्वजनिक रुप से अपमानित करना व उन पर फर्जी मुकदमे दर्ज कराना डीएम संजीव सिंह ने अपना “शौक” बना रखा है। पत्रकारों की खता वही हमेशा वाली कि सबकी खबर लेकर सबको खबर देना….डीएम के बढ़ती तानाशाही व मनमाने रवैए के खिलाफ जिले भर के पत्रकारों ने जनपद के आधार दर्जन से अधिक स्थानों पर गंगा एवं यमुना नदी में अर्ध नग्न खड़े होकर जल सत्याग्रह (प्रदर्शन) किया। पत्रकारों ने चेतावनी दी है कि डीएम संजीव सिंह को जब तक फतेहपुर से हटाया नहीं जाता है और पत्रकारों पर लादे गए फर्जी मुकदमे वापस नहीं लिए जाते हैं तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। विभिन्न पत्रकार संगठनों ने यह भी मांग की है कि शासन स्तर से आईएएस संजीव सिंह के भ्रष्टाचार की भी जांच कराकर उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए।
वैश्विक आपदा कोरोना महामारी में पुलिस एवं जिला प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कोरोना वारियर्स के रूप से काम कर रहे पत्रकारों ने जब कोविड-19 की कुछ अव्यवस्थाओं की खबर दिखाई न छापी तो डीएम साहब बिफर पड़े और उन्होने कई वरिष्ठ पत्रकारों को न केवल सार्वजनिक रूप से अपमानित किया बल्कि उन पर फर्जी मुकदमे भी दर्ज कराना शुरू कर दिया। जनपद के पत्रकार संगठनों की ओर से 16 मई को राज्यपाल महोदया को ज्ञापन भेजकर उन्हे मामले से अवगत कराया गया और 30 मई को हिंदी पत्रकारिता दिवस पर कला दिवस भी मनाया गया, पर जिले में पत्रकारों का उत्पीड़न रुकने के बजाय और बढ़ता गया।
जिले के पत्रकारों ने जिला पत्रकार संघ के अध्यक्ष अजय सिंह भदौरिया, एसोसिएशन आॉफ इंडियन जर्नलिस्ट के अध्यक्ष प्रेम शंकर अवस्थी एवं यूपी वर्किंग जर्नलिस्ट फतेहपुर के अध्यक्ष विवेक मिश्रा आदि के नेतृत्व में रविवार को भृगु नाम भिरौरा, बिंदकी, धाता, किशनपुर, गाजीपुर, खागा, थरियांव एवं अशोथर आदि स्थानों पर गंगा नदी यमुना नदी में अर्ध नग्न अवस्था में खड़े होकर दो घंटे तक डीएम संजीव सिंह के खिलाफ कार्यवाही एवं पत्रकारों पर लगाए गए फर्जी मुकदमे वापस लिए जाने की मांग की गई। जल सत्याग्रह में पत्रकार प्रकाश चन्द्र, ज्ञान सिंह, विवेक सिंह, अरुण दिर्वेदी, श्याम तिवारी डाॅ जौहर रजा एवं संतोष तिवारी आदि बड़ी संख्या में पत्रकार शामिल हुए। लखनऊ जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष आलोक कुमार त्रिपाठी, उपाध्याय विजय आनंद वर्मा एवं विशेष आमंत्रित सदस्य मो. इनाम खान ने मुख्यमंत्री एवं अपर मुख्य सचिव/सूचना से मामले का संज्ञान लेकर फतेहपुर के पत्रकारों पर से फर्जी मुकदमे वापस लिए जाने व डीएम संजीव के खिलाफ जांच करवाकर कार्यवाही किए जाने की मांग की है।

विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,