कोरोना के नाम पर प्रयागराज पुलिस गरीब किसान/सब्जी वालों पर ढा रही जुर्म…
उ.प्र./प्रयागराज यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार गरीबों,किसानों और मजदूरों को तरह तरह की योजनाओं से लाभान्वित कर रही है वहीं सरकार की छवि को धूमिल करने में लगे हैं यूपी पुलिस के कुछ मनबढ़े पुलिस कर्मी।
ताजा मामला यूपी के जनपद प्रयागराज के घूरपुर क्षेत्र का है जहां बाजार में ज़मीन पर बेंचने के लिए किसान सब्जी लगाए हुए थे किसानों की सब्जी को पुलिस कर्मियों ने टाटा सूमो गाड़ी से कुचलकर बर्बाद कर दिया।
इन ग़रीबों ने क्या ग़लत किया, क्या ग़रीब होना इनका गुनाह है।
सत्ता की हनक में चूर प्रशासन का यह कृत्य अफसरशाही सामन्तवाद का परिचायक है। जिन्हें किसानों और गरीबों की सेवा करनी थे वे आज उनकी रोजी-रोटी पर गाड़ी चलवा रहे हैं जबकि उनको मिलने वाले भोजन में भी इन्हीं किसानों का योगदान रहता है। यह पुलिसिया कृत्य ब्रिटिश शासनकाल की याद दिलाता है। किसानों की सब्जी को गाड़ी के नीचे रौंदने से पहले यूपी पुलिस को सोचना चाहिए था कि उनके द्वारा रौंदी गई सब्जी लोगों के पेट की भूख शांत करती है। इस महामारी के दौर में चार पैसे जुटाने की जुगत में यह पुलिसिया गाड़ी किसानों की सब्जी पर नहीं उनके पेट पर चलाई गई।
इस निंदनीय घटना के लिए अधिकारियों ने उप निरीक्षक को लाइन हाजिर कर किया और ये दंड देकर शायद गरीब किसानों के साथ अधिकारियों ने पर्याप्त न्याय कर दिया।
ब्यरो सुनील पाण्डेय की रिपोर्ट…