कुदरत के कहर के आगे मोहब्बत की निशानी ताजमहल के भी “उखड़े पांव”…
आंधी-तूफान ने मचाई तबाही: 20 से अधिक लोगों की अकाल मौत, दर्जनों घायल…
अनेक पेड़ धराशाई, झोपड़ियां व टीन शेड उड़े: ओलों का आकार देख चीखते हुए लोग घरों से बाहर भागे…
लखनऊ। प्रदेश के कई जिलों में कल आए भयंकर आंधी-तूफान में 20 से अधिक लोगों की मौत हो गई तथा अनेक पेड़ उखड़ गए, झोपड़ियां उड़ गई व कई मकान धाराशायी हो गए। अकेले उन्नाव जिले में बिजली गिरने व आंधी-पानी से 10 लोगों की मौत हो गई, कन्नौज में 6 व आगरा में 3 लोग मारे गए। वहीं आगरा में शुक्रवार की देर रात आए आंधी-तूफान से मोहब्बत की निशानी ताजमहल को भी काफी नुकसान पहुंचा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ओलावृष्टि एवं आंधी-तूफान में मारेगा ए लोगों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की मदद दिए जाने के जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं। प्रदेश में परसों देर रात एवं कल आए आंधी-तूफान से हुई क्षति के आंकलन का काम जारी है। कुछ स्थानों पर तो हुई ओलावृष्टि में इतने बड़े-बड़े ओले गिरे कि लोग चीखते-चिल्लाते हुए घरों से बाहर की ओर भागे। दावा किया गया है कि इतने बड़े ओले आज तक नहीं गिरे।
मोहब्बत की मिसाल ताजमहल को भी पहुंचा नुकसान
शु्क्रवार की रात कुदरत के सितम के आगे मोहब्बत के मक्का माने जाने वाले ताजमहल के भी पांव उखड़ने लगे। 124 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आए तूफान ने ताजमहल को अच्छा खासा नुकसान पहुंचाया। ताजमहल के मुख्य स्मारक पर यमुना की ओर लगी लोहे की पाइप से बनाई गई पाड़ तूफान से गिर पड़ी, जिससे संगमरमर की रेलिंग टूट गई। ताजमहल के पश्चिमी गेट के मुख्य प्रवेश द्वार समेत बरामदे के फॉल सीलिंग को भी नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा मुख्य स्मारक परिसर में लगे हुए कई पेड़ भी तेज हवाओं के सामने टिक नहीं पाए और धराशाई हो गए।
ताजमहल के अलावा सिकंदरा, एत्माद्दौला एवं मेहताब बाग स्मारक, को भी तूफान ने नुकसान पहुंचाया है। आर्किलॉजिकल सर्वेक्ष ऑफ इंडिया के मुताबिक ये सब कुछ हाल में बनाया गया निर्माण है, जिसे जल्द ही फिर खड़ा कर दिया जाएगा। यमुना की तरफ की रेलिंग के गिरने से काफी नुकसान हुआ है, पत्थर का इस्तेमाल कर ताज के इस हिस्से को फिर से मुगलकालीन लुक दिया जाएगा। इसके अलावा मरियम के मकबरे, सिकंदरा, एत्माद्दौला एवं मेहताब बाग समेत कई स्मारकों को भी नुकसान पहुंचा है।
भारतीय पुरातत्व विभाग के अधीक्षण पुरातत्वविद् डॉ.बसंत स्वर्णकार के अनुसार आंधी से ताजमहल में संगमरमर की जालियां और लाल पत्थर की जालियां क्षतिग्रस्त हुई हैं। परिसर में कई पेड़ और एक दरवाजा भी उखड़ गया है, इसके अलावा ताजमहल परिसर में पर्यटकों की सुविधा के लिए बनाई गई शेड की फॉल्स सीलिंग भी उखड़ गई है। गौरतलब है कि लॉकडाउन की वजह से ताजमहल पिछले 70 दिन से बंद है। यह पहला मौका है जब ताजमहल इतने लंबे समय तक बंद रखा गया है।
सबसे ज्यादा 10 मौतें उन्नाव में हुईं
बुंदेलखंड और कानपुर के आसपास कल आई आंधी-बारिश, बिजली गिरने से उन्नाव में 10, कन्नौज में 6, आगरा में 3, बांदा और कानपुर शहर में एक-एक व्यक्ति की जान चली गई। फिरोजाबाद में 10, आगरा में 3 लोग जख्मी हुए। यहां 10 पशुओं की मौत हो गई है। कानपुर शहर के बिल्हौर में आंधी-बारिश के साथ आधा घंटे तक ओले गिरे, जिससे फसले चौपट हो गईं। सैकड़ों गाड़ियों के शीशे टूट गए और कई लोग घायल भी हुए। घाटमपुर में और उन्नाव के शुक्लागंज में भी जमकर ओलावृष्टि हुई। इटावा में आंधी-बारिश से कई घरों की दीवारें और छप्पर गिर गए। बिजली के 12 से ज्यादा खंभे टूटने से शहर की आपूर्ति व्यवस्था बाधित हो गई। फर्रुखाबाद, फतेहपुर, औरैया एवं हरदोई में तेज हवा के साथ बारिश हुई, कई टीन शेड उड़ गए। (31 मई 2020)
विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,