यही है भारत देश की बेमिसाल पहचान…
हम तो कुली हैं, लोगों का बोझा उठातें हैं…पर मुजीबुल्लाह फ्री में उठातें हैं…
80 वर्षीय मुजीबुल्लाह कोरोना संकट में बने हैं इंसानियत की मिसाल…
सराहनीय: प्रियंका गांधी ने पत्र भेजकर की प्रशंसा…
लखनऊ। चारबाग स्टेशन पर कुली का काम करने वाले 80 साल के मुजीबुल्लाह कोरोना संकटकाल के समय कोरोना वारियर्स की भूमिका निभा रहे हैं। कोरोना संक्रमण से लड़ रहे देश में मुजीबुल्लाह एक मिसाल हैं।प्रदेश में प्रवासी श्रमिकों का आना लगातार जारी है और श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से अन्य प्रदेशों से मजदूरों को अपने घर वापस लाया जा रहा है। वहीं लखनऊ के चारबाग स्टेशन पर यह 80 वर्षीय बुजुर्ग रोजाना पूरा दिन श्रमिकों के सामान को उठाने में उनकी मदद कर रहे हैं।
हर दिन 8 से 10 घंटे दे रहे हैं सेवा….
कुली मुजीबुल्लाह कहते हैं कि यह देश के लिए एक संकट का समय है और कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में डॉक्टरों और पुलिस कर्मियों सहित कई लोग अभी अपना योगदान दे रहे हैं, मैं भी अपनी भूमिका निभा रहा हूँ और हर दिन 8 से 10 घंटे अपनी सेवा प्रदान करता हूं।
स्वच्छता के लिए भी करते हैं लोगों को जागरूक
मुजीबुल्लाह कहते हैं, यह भी महत्वपूर्ण है कि हम सार्वजनिक स्थान पर स्वच्छता बनाए रखें और इसके लिए केवल उचित स्थानों पर ही थूकना व पेशाब करना चाहिए। अगर मैं किसी को खुले में पेशाब करते देखता हूं, तो मैं उन्हें वॉशरूम जाने का रास्ता दिखाता हूं.”
प्रियंका गांधी ने पत्र भेजकर की प्रशंसा
मुजीबुल्लाह के इस सेवा भाव की जानकारी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी तक पहुंची। उन्होने पत्र भेजकर कुली मुजीबुल्लाह के इस काम की प्रशंसा की है। श्रीमती गांधी ने अपने पत्र में लिखा है कि “इस महामारी के खत्म होने के बाद जब भी इस दौर को याद किया जाएगा, आपके योगदान को देश कृतज्ञता से याद करेगा, हम ऐसे ही व्यक्तिगत और सामूहिक योगदानों से कोरोना को हराने में कामयाब होंगे।
“हिंद वतन समाचार” की रिपोर्ट, , ,