मूल्यांकन केंद्र के प्रधानाचार्य ही उपनियंत्रक का परिश्रमिक पाएंगे…

मूल्यांकन केंद्र के प्रधानाचार्य ही उपनियंत्रक का परिश्रमिक पाएंगे…

 कानपुर 21 नए मूल्यांकन केंद्रों के प्रधानाचार्य उप नियंत्रक के समकक्ष पारिश्रमिक पाएंगे तथा मूल्यांकन केंद्र व्यय नवीन केंद्रों को ही मिलेगा तथा भयंकर अनियमित कार्रवाई के लिए जांच के परिणाम के आने पर कार्रवाई की जाएगी।उक्त सूचना उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक-शिक्षणेत्तर संयुक्त मोर्चा के संयोजक हरिश्चंद्र दीक्षित ने उच्च पदस्थ अधिकारियों से वार्ता के बाद एक विज्ञप्ति में दी। विज्ञप्ति में बताया गया कि संयुक्त मोर्चे की ओर से कानपुर नगर के 6 नवीन मूल्यांकन केंद्रों के प्रधानाचार्य की ओर से यह मांग की गई थी,परंतु ऐसे 21 प्रकरण प्रदेश में नवीन मूल्यांकन केंद्र बनाए जाने के मौजूद थे जो 9 जनपदों के अंतर्गत थे। 9 जनपदों में कानपुर नगर के छह, लखनऊ के चार,गोंडा के एक,उरई (जालौन) के तीन, फिरोजाबाद के एक,अलीगढ़ के एक,मुरादाबाद के दो, गौतमबुद्ध नगर के एक, हापुड़ के दो,इस प्रकार 21 नवीन मूल्यांकन केंद्र बनाए गए थे।संयुक्त मोर्चा की ओर से निर्णायक संघर्ष किया गया और नीतिगत दृष्टि से नवीन मूल्यांकन केंद्रों के प्रधानाचार्य को ही उपनियंत्रक बनाए जाना था,परंतु जनपदीय प्रस्ताव की त्रुटि बस सचिव से निर्णय लेने में त्रुटि हो गयी,इस अनियमितता को लेकर मोर्चे ने आवाज उठाई थी। माध्यमिक शिक्षा परिषद तथा उत्तर प्रदेश शासन के उच्च अधिकारियों को स्थिति समझने में कोई देर नहीं लगी और उन्होंने मोर्चे की शिकायत का संज्ञान लेकर नवीन मूल्यांकन केंद्रों के प्रधानाचार्यो के साथ न्याय करने का भरोसा दिलाया और प्रकरण की जांच कराने के साथ-साथ नवीन मूल्यांकन केंद्रों के प्रधानाचार्यो को उप नियंत्रक के समकक्ष पराश्रमिक देने तथा मूल्यांकन केंद्र व्यय नवीन मूल्यांकन केंद्रों को ही प्रदान करने की सहमति प्रदान की।संबंधित पत्रावली शिक्षा निदेशक एवं सभापति माध्यमिक शिक्षा परिषद में बोर्ड ऑफिस प्रयागराज से तलब की गई है।जो प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा के समक्ष रखे जाने के बाद निस्तारण आदेश जारी किया जाएगा।मोर्चे के सभी पदाधिकारियों की ओर से अधिकारियों की सदासहता के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया गया तथा जनपदीय उच्चाधिकारियों को त्रुटि उत्पादित करने के लिए दोषी मानते हुए दंडित करने का आग्रह किया गया है।

“हिंद वतन समाचार” की रिपोर्ट…