यूपी में कथित पत्रकारों के खिलाफ पुलिस का अभियान जारी…

यूपी में कथित पत्रकारों के खिलाफ पुलिस का अभियान जारी…

“हिंद वतन समाचार” पर 22 मई को चली खबर 👆

इस बार असली पत्रकार बना कथित पत्रकार की ठगी का शिकार: एसएसपी के निर्देश पर हुई गिरफ्तारी…

अब पुलिस कह रही है कि कई मामलों में वांछित चल रहा था पकड़ा गया मनीष श्रीवास्तव…

  पुलिस की गिरफ्त में मनीष श्रीवास्तव 👆

लखनऊ/बदायूं/उरई। लाॅकडाउन में गले में प्रेस का फर्जी आई कार्ड डालकर एवं बाइक पर प्रेस का लोगो/स्टीकर लगाकर आम लोगों के साथ ही पुलिसकर्मियों पर रौब झाड़ने के बढ़ते मामलों के बीच पुलिस ने भी आजकल कई जिलों में ऐसे तथाकथित पत्रकारों के विरुद्ध अभियान चला रखा है। इसी क्रम में बदायूँ जिले के सहसवान में तो एक प्रतिष्ठित पत्रकार को ही तथाकथित पत्रकार के ठगी किए जाने के मामले में जालौन-उरई से उक्त तथाकथित पत्रकार की गिरफ्तारी हुई है।
पुलिस ने इस मामले में मनीष श्रीवास्तव नामक तथाकथित पत्रकार को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया मनीष श्रीवास्तव जिला जालौन थाना उरई का रहने वाला है। बताते चलें कि 4 दिन पूर्व बदायूं जनपद के सहसवान में “जग दर्पण” अखबार एवं जी न्यूज वेब पोर्टल के पत्रकार सुबीन बाबू उर्फ ​​सौरव गुप्ता ने अपने साथ हुई ठगी व धमकाने के मामले में एसएसपी को प्रार्थना-पत्र दिया था, जिस पर थाना प्रभारी उरई ने छानबीन के पश्चात उरई-जालौन के मनीष श्रीवास्तव को कल शाम गिरफ्तार कर लिया।
पकड़े गए तथाकथित पत्रकार मनीष श्रीवास्तव ने पूछताछ में पुलिस को पहले काफी गुमराह किया। उसकी गिरफ्तारी की खबर पर मामला जानने के लिए पत्रकारों का थाने में जमावड़ा लगा रहा। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि मनीष श्रीवास्तव द्वारा और कितने लोगों के साथ ठगी की गई है। पुलिस ने उसके विरुद्ध आईपीसी की धारा 420 व 385 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर किया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि मनीष श्रीवास्तव पहले से कई मुकदमो में वांछित चल रहा था। पुलिस उसके साथियों के बारे में भी छानबीन कर रही है।
बताते चलें कि चार दिन पूर्व ही मुजफ्फरनगर पुलिस ने भी तथाकथित पत्रकार “गैंग” के 5 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इस मामले में पुलिस दिल्ली के एक कथित संपादक व कुछ अन्य लोगों की भी तलाश कर रही है।

“हिंद वतन समाचार” की रिपोर्ट, , ,