कांग्रेस ने रायबरेली की विधायक अदिति सिंह को निलंबित किया…

कांग्रेस ने रायबरेली की विधायक अदिति सिंह को निलंबित किया…

अदिति सिंह: भाजपा के मोह में पार्टी की आलोचना 👆

महिला विंग की महासचिव पद से हटाया गया: विधानसभा में लंबित है नोटिस…

बसों के मुद्दे पर भाजपा के सुर में सुर मिलाकर पार्टी की थी आलोचना…

रायबरेली से आगामी लोस चुनाव में अदिति सिंह को भाजपा दे सकती है टिकट ?…

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के रायबरेली से कांग्रेस की विधायक अदिति सिंह द्वारा बसों के मुद्दे पर भाजपा की लाइन लेते हुए पार्टी पर ही निशाना साधे जाने के बाद कांग्रेस पार्टी ने आज उन्हे पार्टी की महिला विंग के महासचिव पद से निलंबित कर दिया। उन्होने प्रियंका गांधी की आलोचना करते हुए कहा था कि संकट के समय निम्न स्तर की राजनीति की क्या आवश्यकता थी, कांग्रेस ने इसे गंभीरता से लिया है। महासचिव के पद से हटाने के साथ ही उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी है। कांग्रेस का गढ़ रही रायबरेली में पिछले काफी समय से यह चर्चा आम है कि रायबरेली संसदीय सीट के लिए भाजपा अदिति सिंह को पोषित कर रही है।
अदिति सिंह के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस सचिव और रायबरेली प्रभारी के एल शर्मा ने कहा कि पिछले साल पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने के लिए विधानसभा में उनके खिलाफ नोटिस दिया गया था जो लंबित है। उन्होने कहा, “वह जवाब देने से बच रही हैं और अध्यक्ष भी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।” पार्टी ने उन्हे विधायक पद से अयोग्य घोषित करने का अनुरोध किया है। सूत्रों का कहना है कि भाजपा रायबरेली संसदीय सीट के लिए अदिति सिंह का पोषण कर रही है, जो कांग्रेस का गढ़ रहा है। अदिति सिंह के पिता स्वर्गीय अखिलेश प्रताप सिंह विधायक थे और एक बार लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी के खिलाफ भी चुनाव लड़े थे, लेकिन बाद में वह फिर कांग्रेस में लौट आए थे।
2004 से अमेठी से लोकसभा सदस्य रहीं सोनिया गांधी रायबरेली शिफ्ट हो गई थीं, लेकिन कांग्रेस रायबरेली सदर विधानसभा सीट तभी जीत सकी जब अदिति सिंह पार्टी में शामिल हुईं। इससे पहले उनके पिता ज्यादातर समय इस सीट से निर्दलीय विधायक रहे। 2019 में, भाजपा ने सोनिया गांधी के खिलाफ एमएलसी दिनेश सिंह को उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वह हार गए थे। उस समय अदिति सिंह और उनके पिता कांग्रेस के साथ थे। वहीं कांग्रेस का गढ़ रही दूसरी सीट अमेठी पर 2019 में भाजपा की स्मृति इरानी ने राहुल गांधी को हराकर सीट कब्जा ली।

“हिंद वतन समाचार” की रिपोर्ट, , ,