*”जमे रहेंगे पीने वाले, जगा करेगी ये मधुशाला”…बड़े दिनों के बाद मिली है ये दारु…..*
* जीत ली हमने हिम्मत से”जंग”…..* 👆
*लाॅकडाउन में 40 दिनों के बाद खुलीं शराब की दुकाने, तो झूम उठे सुरा प्रेमी: दूसरे दिन भी उमड़ी भीड़ खरीददारों की*
*क्या पता फिर मिले या न मिले…..* 👆
*कल अकेले लखनऊ वालों ने ही खरीदी 6 करोड़ की शराब, यूपी में हुई 225 करोड़ की बिक्री*
*पैंट उतरती है तो उतर जाए पर…..* 👆
*अर्थव्यवस्था “सुधारने” में महिलाएं भी पीछे नहीं* 👆
*ड्युटी तो चलती ही रहेगी साहब….* 👆
“बड़े-बड़े परिवार मिटे यों, एक न हो रोने वाला,- “हो जाएं सुनसान महल वे, जहां थिरकतीं सुरवाला,- “राज्य उलट जाएं, भूपों की भाग्यलक्ष्मी हो जाए,- “जमे रहेंगे पीने वाले, जगा करेगी मधुशाला।”*
*कभी तो नंबर आ ही जाएगा……* 👆
*लखनऊ। “बड़े-बड़े परिवार मिटे यों, एक न हो रोने वाला,- “हो जाएं सुनसान महल वे, जहां थिरकतीं सुरवाला,- “राज्य उलट जाएं, भूपों की भाग्यलक्ष्मी हो जाए,- “जमे रहेंगे पीने वाले, जगा करेगी मधुशाला।”*
*हे ग्राहक “देवता” जी स्वागत है आपका…..* 👆
सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के पिता प्रसिद्ध साहित्यकार स्व. हरिवंश राय बच्चन की “मधुशाला” की एक-एक पंक्ति आज सही सिद्ध हो रही है। वैश्विक आपदा कोरोना महामारी में लागू लाॅकडाउन के बीच भारत सरकार द्वारा 40 दिन बाद कल शराब की दुकाने खोले जाने पर राजधानी लखनऊ के साथ ही पूरे देश में शराब की दुकानों पर उमड़ी सुरा प्रेमियों की भीड़ ने जहां सोशल डिस्टेसिंग की धज्जियां उड़ा डाली, वहीं आबकारी विभाग/सरकार शराब की रिकार्ड बिक्री से “खिलखिला” उठी है।
*हरिवंश राय बच्चन की मशहूर कविता “मधुशाला” की कुछ पंक्तियां* 👆
शराब की दुकानों पर उमड़ी सुरा प्रेमियों की भीड़ देख फिल्म कर्मा का ये गाना *”दे दारु दे दारु ओ मेरे भैया दें दारु, बड़े दिनों के बाद मिली है ये दारु”* भी खूब याद आया। पूरे देश में शराब की दुकानों पर आज दूसरे दिन भी लगभग कल जैसी स्थिति है, आज पुलिस जरूर कल की अपेक्षा शराब की दुकानों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराती दिखी। कल दिन भर भारी भीड़, हंगामे के बाद जहां दिल्ली सरकार ने शराब के दामों में 70 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी कर दी, वहीं यूपी में एक व्यक्ति कितनी शराब खरीद सकता है उसकी मात्रा तय कर दी गई। प्रदेश के प्रमुख सचिव (आबकारी) संजय भूसरेड्डी ने कहा है कि अब एक व्यक्ति एक बार में सिर्फ एक बोतल, दो अद्धा, तीन पव्वा, दो बीयर की बोतलें और तीन बियर की केन ही खरीद सकेगा। सूत्रों के हवाले से यह भी खबर आ रही है कि दिल्ली सरकार के बाद यूपी सरकार भी जल्द ही शराब कोरोना कर लगा सकती है। कल लोग पूरे-पूरे गत्ते भरकर और एक-एक आदमी 10-10 बोतलें खरीद कर ले गए। देश में कोरोना के लगातार बढ़ रहे मरीजों और लाॅकडाउन के बावजूद राजस्व के लिए शराब की दुकानों को खोले जाने का विरोध भी शुरू हो गया है।
शराब की बिक्री का जहां विपक्षी दल विरोध कर रहे हैं, वहीं खुदरा व्यापारियों एवं होटल/रेस्टोरेंट मालिकों का कहना है कि हमें भी दुकानें खोलने की अनुमति दी जाए। सबसे ज्यादा गृहणियां घर में अशांति की आशंका से बेहद चिंतित हैं।शराब की रिकार्ड बिक्री की बात की जाए तो कल अकेले लखनऊ में ही 6 करोड़ 3 लाख की शराब की बिक्री हुई। इसमें 4 करोड़ 7 लाख की अंग्रेजी और 1 करोड़ 6 लाख की शराब बिकी। कुल 2 लाख 78 हजार लीटर शराब की बिक्री कल हुई। कानपुर में कल 4 करोड़ 25 लाख की शराब बिकी। पूरे प्रदेश की बात की जाए तो करीब 225 करोड़ की शराब बिकी। शराब एसोसिएशन के सचिव कन्हैया ने तो यहां तक कहा कि अगर शाम को बारिश/तूफान नहीं आया होता तो और अधिक बिक्री होती।
*विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,*