कौन कहता है कि आसमान में छेद नहीं होता एक बार पत्थर तो दिल से उछालों यारों यह पंक्तियां राहुल परिहार पर सटीक बैठ रही है…

कौन कहता है कि आसमान में छेद नहीं होता एक बार पत्थर तो दिल से उछालों यारों यह पंक्तियां राहुल परिहार पर सटीक बैठ रही है…

फर्रूखाबाद। मुख्यालय से तकरीबन 60 किलो मीटर दूरी पर स्थित वनकटी गंाव के रहने वाले पूर्व सैनिक ब्रजेश कुमार के पिता ने निकटवर्ती जनपद मैनपुरी के कस्बा बेबर में आवास बनवा लिया था। उसके बाद ब्रजेश कुमार की सेना में नौकरी लग गई तो उन्होने फतेहगढ स्थित गीतापुरम काॅलोनी भोलेपुर मंे अपना आवास बनवा लिया। उनके यहां जन्में पुत्र राहुल परिहार ने सेंट्रल स्कूल फतेहगढ से शिक्षा ग्रहण की। राहुल परिहार को बचपन से ही एक्टिंग का शौक था। तो उन्होने बचपन में टीवी सो में भी काम किया। फिल्म स्टार माधुरी दीक्षित के साथ फैशन सो में काम करके 23 वर्षीय श्री परिहार ने बाॅलीवुड की चकाचैंद मंे अपनी धमक जमा ली। बकौल राहुल परिहार उन्हे बिग बाॅस और खतरों के खिलाडी से भी न्यौता मिला। लेकिन उन्होने तमाम व्यस्ताआंे की वजह से जाना मुनासिब नही समझा। शिक्षा ग्रहण करने के बाद फिर उन्होने मुंबई की ओर रूख अख्तियार किया तो एक से एक बडे स्टार के साथ उन्हे काम करने का मौका मिला। भले ही छोटा रोल मिला हो लेकिन उन्होने अपने काम को बखूबी अंजाम दिया। तो वह फिल्म निर्माताओं और डायरेक्टरों के प्रिय होते चले गये। इसी का नतीजा है कि इस समय वह ‘‘यह है स्टोमिड प्यार’’ फिल्म मंे काम कर रहे है। श्री पहिार को कहना है कि उन्हे बचपन से ही फिल्मी दुनिया में काम करने का शौक था। उनकी सबसे पहले मुलाकात नृत्य कलाकार सपना चैधरी से हुई। उसके बाद सांसद व फिल्म स्टार मनोज तिवारी से भी वह मिले। बताते है कि उनका हर फिल्म स्टार निर्माता और निर्देशक ने सहयोग किया है। राहुल परिहार की इस कामयाबी पर उनके परिजन फूले नहीं समा रहे है

पत्रकार राहुल सिंह चौहान की रिपोर्ट…