करियर नेटवर्किंग साइट लिंक्डइन ने बताया है कि चीन की जासूसी रोकने के लिए कंपनी ने काम करना शुरू कर दिया है। कंपनी ने बताया कि है कि चीन करियर नेटवर्किंग साइट पर मौजूद ऑनलाइन यूजर्स को निशाना बना रहा है।
समाचार एजेंसी एसोसिएट प्रेस के अनुसार, माइक्रोसॉफ्ट की कंपनी लिंक्डइन ने बताया कि वह अमेरिका की कुछ ऐसी एजेंसियां जो कानून व्यवस्था बनाए रखने में मदद करती हैं उनके साथ समझौता करने जा रही है। यह कदम कंपनी ने तब उठाया जब पता चला कि लिंक्डइन पर कुछ फर्जी प्रोफाइल हैं और उनकी एक्टीविटी संदिग्ध है।
समाचार एजेंसी रायटर के हवाले से कहा गया है कि अमेरिका की काउंटरइंटेलीजेंस और सिक्यूरिटी सेंटर की डायरेक्टर विलियम इवानिया ने कंपनी को सूचित किया चीन आक्रमक रूप से लोगों से संपर्क कर रहा है जिससे के वह अपने लिए जासूसों की भर्ती कर सके। वहीं लिंक्डइन ने कहा कि उस ऐसे अकाउंट सामने आए हैं जिनका गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। कंपनी ने अपने ब्लॉग में भी बताया कि चीन के कुछ सरकारी कर्मचारी फेक अकाउंट बना रहे हैं।
चीन इस मामले में कहा है तकि इवानिया के आरोप विवादित हैं।