उ0प्र0 राज्य चमड़ा विकास एवं विपणन निगम के रिवाइवल का प्लान एक महीने के अन्दर प्रस्तुत किया जाय- डा0 नवनीत सहगल…
प्रमुख सचिव ने राज्य चमड़ा विकास एवं विपणन निगम तथा ब्रासवेयर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के विलय की संभावनाओं को तलाशने के दिये निर्देश…
प्रदेश के प्रमुख सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन डा0 नवनीत सहगल ने आज यहां निर्यात प्रोत्साहन भवन में उत्तर प्रदेश राज्य चमड़ा विकास एवं विपणन निगम (स्।डब्व्) के एक प्रतिनिधि मंडल ने भेंट किया और उन्होंने निगम के कामकाज से अवगत कराया। प्रतिनिधि मंडल ने अवगत कराया कि निगम वर्तमान मंे गैर-कार्यात्मक/नॉनऑपरेशनल है। प्रमुख सचिव ने इस पर चिंता जताई और प्रतिनिधियों से कहा की निगम के रिवाइवल का प्लान एक महीने के अन्दर तैयार कर उनके समक्ष प्रस्तुत किया जाय। रिवाइवल प्लान तैयार करने के लिए उन्होंने निगम को ओडीओपी प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टिंग यूनिट की मदद लेने निर्देश दिए।
इसके पश्चात प्रमुख सचिव ने निर्यात प्रोत्साहन भवन में ही एमएसएमई और निर्यात प्रोत्साहन विभाग के अंतर्गत चल रहे निगमों उत्तर प्रदेश राज्य चमड़ा विकास एवं विपणन निगम, उत्तर प्रदेश ब्रासवेयर कॉर्पोरेशन लिमिटेड आदि की गहन समीक्षा भी की। उन्होंने निगमों के कामकाज पर चिंता जताई और ओडीओपी प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टिंग यूनिट को इन निगमों के विलय की संभावनाओं का तलाशने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान डा0 सहगल के समक्ष सीतापुर में प्रस्तावित लक्षावी प्राइवेट लिमिटेड (स्च्स्) एसपीवी के सदस्यों ने सीतापुर में एक कॉमनफैसिलिटी सेंटर (ब्थ्ब्) बनाने के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किया। एसपीवी द्वारा इंटरवेंशन में रॉ मैटेरियल बैंक, डिजाइन सेंटर के साथ सैंपल डेवलपमेंट सेंटर और ईटीपी के साथ डाइंग प्लांट एवं धुलाई और सुखाने की सुविधाओं की स्थापना के करने की आवश्यकता पर प्रस्तुतिकरण दिया । उन्होने कतिपय संशोधन के साथ नया प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंन कहा कि सीतापुर में एक पहले से ही एक एसपीवी स्वीकृत है। इसके अलावा सीतापुर जिले में 45,000 से अधिक दरी कारीगर हैं, इसलिए दरी को बेचने के लिए रॉ-मटेरियल बैंक, डिजाइन सेंटर और मार्केटिंग की आवश्यकता है। उन्होंने एसपीवी को रॉमटेरियल बैंक के हिस्से के रूप में रेवोल्विंगफण्ड को विकसित करने की सलाह दी, ताकि कारीगर एसपीवी से कच्चा माल क्रेडिट और उचित मूल्य पर खरीद सकें। उन्होंने एसपीवी को निर्देश दिए कि वे समस्त इंटरवेंशनके बारे में विस्तार से शोध करें और इम्प्लीमेंटेशन मॉडल के साथ प्रस्तुत करें।
बैठक में फिक्की के प्रतिनिधिओं ने ओडीओपी स्कीम की प्रभावशीलता में सुधार के लिए जीएसटीएन डेटा का लाभ उठाने पर एक प्रेजेंटेशन दिया। फिक्की द्वारा प्रस्तावित अध्ययन प्ळप्क्त् और जीएसटी विशेषज्ञों से प्त्प्ै बिजनेस सर्विसेज लिमिटेड की सहायता से किया जाना है। प्रमुख सचिव ने थ्प्ब्ब्प् के कांसेप्ट को सराहा और इस सम्बन्ध में भारत सरकार के साथ किये जा रहे कार्यों की जानकारी मांगी, जिससे कांसेप्ट का सही आकलन किया जा सके।
“हिंद वतन समाचार” की रिपोर्ट, , ,