मणिपुर गोलीबारी घटना : लिलोंग चिंगजाओ में स्थिति शांत लेकिन तनावपूर्ण, मृतक संख्या बढ़कर चार हुई…
इंफाल, 02 जनवरी । मणिपुर के थोउबल जिले में अल्पसंख्यक बहुल लिलोंग चिंगजाओ इलाके में मंगलवार को स्थिति शांत लेकिन तनावपूर्ण रही और क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
लिलोंग चिंगजाओ में अज्ञात हमलावरों के गोली मारने से चार ग्रामीणों की जान जा चुकी है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि घटना में घायल हुए एक और व्यक्ति के दम तोड़ने से मृतक संख्या बढ़कर चार हो गई है जबकि गंभीर रूप से घायल दो अन्य व्यक्ति इंफाल के अस्पताल में आईसीयू में भर्ती हैं।
वर्दी में आए अज्ञात बंदूकधारी सोमवार रात को एक व्यक्ति से ”पैसे वसूलने” के लिए लिलोंग चिंगजाओ आए थे, जिसके बाद विवाद हुआ। उन्होंने बताया कि जब स्थानीय लोग उन्हें खदेड़ रहे थे तो बंदूकधारियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे कई लोग हताहत हो गये।
अधिकारी ने कहा, ”घटना के बाद सोमवार रात को तनाव बढ़ गया लेकिन नागरिक संगठन के नेताओं और लिलोंग के विधायक अब्दुल नासिर द्वारा एक अंतर-धार्मिक बैठक आयोजित करने और मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह द्वारा दोषियों को गिरफ्तार करने तथा कानून के अनुसार उन्हें दंडित किए जाने का आश्वासन दिए जाने के बाद स्थिति शांत हुई।” उन्होंने बताया कि इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए वाहनों की गश्त बढ़ा दी गई है।
”कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने” के मद्देनजर इंफाल घाटी के पांच जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। सड़कों पर कुछ ही वाहन चलते दिखाई दिए ओर अधिकतर वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहे। अधिकारी ने कहा कि जिन लोगों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए इंफाल के ‘जवाहरलाल नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज’ में लाया गया है उनकी पहचान मोहम्मद दौलत (30), एम सिराजुद्दीन (50), मोहम्मद आजाद खान (40) और मोहम्मद हुसैन (22) के रूप में की गई।
घटना में 10 अन्य घायल हो गए और फिलहाल इंफाल के एक अन्य अस्पताल में उनका इलाज हो रहा है। उन्होंने कहा कि उनमें से चार को गोली लगी है और चार में से दो आईसीयू में हैं जबकि दो अन्य चिकित्सकों की निगरानी में हैं। हमले के बाद गुस्साए स्थानीय लोगों ने उन चार गाड़ियों में आग लगा दी, जिनमें हमलावर आए थे। यह तत्काल स्पष्ट नहीं हो सका कि वे किस गुट से संबद्ध हैं।
हिंसा के बाद थोउबल, इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम, काकचिंग और बिष्णुपुर जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया।
एक वीडियो संदेश में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने हिंसा की निंदा की और लोगों से, विशेषकर लिलोंग के निवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की।
उन्होंने कहा, ”पुलिस हमले में शामिल लोगों को गिरफ्तार करने के लिए काम कर रही है। उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और कानून के अनुसार दंडित किया जाएगा।”
स्थानीय विधायक अब्दुल नासिर ने कहा कि संबंधित अधिकारियों ने उन्हें स्थिति से अवगत कराया है और दोषियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…