गर्भवती महिलाओं के लिये सांस से सम्बंधित चार व्यायाम…
प्रेगनेंसी के दौरान सही ब्रीदिंग बहुत जरूरी है। इसके पीछे कारण यह है कि बच्चे के पूर्ण विकास के लिए और शरीर के सुचारू कार्य के लिए ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति बहुत जरूरी है। ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति से बच्चे का विकास तेजी से होता है और भ्रूण को आवश्यक पोषण मिलता है। इसलिए ब्रीदिंग तकनीक को सही और संशोधित करना बहुत जरूरी है।
शरीर में ऑक्सीजन की पूर्ण सप्लाई के लिए हम आपको बता रहे हैं कुछ साधारण ब्रीदिंग एक्सरसाइजेज पेट से सांस लेना इसे बैली ब्रीदिंग भी कहते हैं। अपने पैरों को मोड़कर आरामदायक मुद्रा में बैठें। अपने जबड़ों, कन्धों और नितम्बों समेत अपने पूरे शरीर को ढीला छोड़ दें। अपना एक हाथ अपने पेट पर रखें और दूसरा इसके ऊपर रखें। निचले हिस्से से गहरी सांस लें और पेट को हवा से भर लें इसके बाद 8 तक या जितने में आप सहज महसूस करें उतनी गिनती गिनें। उतनी ही काउंटिंग करते हुए इसे धीरे धीरे छोड़ दें। जब तक यह सहज रूप से ना हो जाएं तब तक इसे रोजाना 10 मिनट तक करें। यदि भारी पेट के कारण आप ऐसा नहीं कर पा रही हैं तो आप यह प्रक्रिया घुटनों पर हथेलियों को रखकर भी कर सकती हैं।
छाती से सांस लेना सीधे खडें हों और अपने पैर एक दुसरे के सामानांतर रखें। अपने मुह को बंद रखें और 10 तक गिनते हुए गहरी सांस लें। अपने हाथों को छाती पर रखें। लेकिन ध्यान रखें इन्हे छाती पर जोर से नहीं दबाएं। सांस लेते हुए जैसे-जैसे आपके फेफड़े फूलें वैसे ही अपने हाथों को फैलाएं। कुछ समय तक सांस रोकें और फिर धीरे-धीरे छोड़ दें। जितना समय सांस लेने में लिए उतना ही सांस छोडने में लें। आप दोनों क्रियाओं में समान रूप से गिनती गिनते हुए भी ऐसा कर सकती हैं। फायदे के लिए इस व्यायाम को 10 बार करें। सातवे माह के बाद यह एक्सरसाइज थोड़ी कठिन हो जाती है, इसका ध्यान रखें और जितना आप आराम से कर सकें, उतना ही करें। उथले सांस लेना (शैलो ब्रीदिंग) ध्यान रखें कि शैलो ब्रीदिंग दिन भर करना ठीक नहीं है क्यों कि इससे बच्चे को ऑक्सीजन की सही आपूर्ति नहीं होती है। फिर भी दिन में कुछ मिनटों के लिए इसे करना फेफड़ों के लिए अच्छा है।
इसे करने का सही तरीका है कि आप अपने घुटनों को मोड़ते हुए पीछे की ओर झुक जाएं और फिर पैरों को सामानांतर रखते हुए सीधे खड़े हों। इसके बाद अपना मुह पूरा खोलें और जितना जल्दी आप ले सकें उथली सांसें लें। यह आपके फेफड़ों के लिए एक अच्छी एक्सरसाइज है। दिन में कम से कम पांच मिनट के लिए यह एक्सरसाइज रोजाना करें। वैकल्पिक रूप से गहरी और उथली सांसें लेना आरामयक स्थिति में बैठ जाएं। या तो पैरों को मोड़कर बैठ जाएं या पैरों को सीधे सामानांतर करके खड़े हो जाएं। अपने जबड़े, हाथ, घुटने, नितम्ब और कन्धों समेत पूरे बदन को ढीला छोड़ दें। इसके बाद गहरी सांस लें और इसे कुछ सेकण्ड्स के लिए रखें। इतना ही समय लेते हुए इसे छोड़ दें। फिर अपना मुह चैड़ा खोलें और पांच तक गिनते हुए हवा अंदर खीचें। इसके बाद मुह को बाद कर के गहरी सांस लेने की क्रिया को पुनः करें। इस क्रिया को थोड़ा बढ़ाते हुए पांच बार करें।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…