उप्र एटीएस ने अलीगढ़ से आईएसआईएस से जुड़े दो लोग गिरफ्तार…
लखनऊ,। उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने आईएसआईएस से जुड़े दो लोगों को अलीगढ़ से गिरफ्तार कर उनके पास से प्रतिबंधित साहित्य और पेन ड्राइव बरामद किया है। एटीएस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
एटीएस के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) मोहित अग्रवाल ने बताया कि पकड़े गये लोगों की पहचान अब्दुल्ला अर्सलान और माज बिन तारिक के तौर पर की गयी है और उन्हें अलीगढ़ के अलग-अलग स्थानों से रविवार को गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने बताया कि दोनों अलीगढ़ जिले के रहने वाले हैं।
अग्रवाल ने बताया कि अब्दुल्ला अर्सलान के पास से मोबाइल फोन, पेन ड्राइव और आईएसआईएस का प्रतिबंधित साहित्य तथा माज के पास आईफोन समेत अन्य सामग्री बरामद की गयी है, दोनों आरोपियों ने आईएसआईएस की बैयत (शपथ) ले रखी थी।
एटीएस ने बताया, ‘‘पिछले कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि कुछ लोग आईएसआईएस की विचारधारा से प्रेरित होकर शपथ ले चुके हैं और वे खिलाफत कायम करने के लिए देश विरोधी षड़यंत्र कर रहे हैं। ये लोग चरमपंथी हैं और संगठन के अपने वरिष्ठों के निर्देशों पर अपने जैसी वैचारिक धारणा रखने वाले लोगों को एक साथ जोड़कर आतंकी जिहाद की सेना बना रहे हैं। ये लोग अपने नियंता के निर्देशों पर उप्र में कोई बड़ी घटना करने के लिए योजना बना रहे हैं।’’
एडीजी ने बताया कि सर्विलांस से यह तथ्य सामने आया कि मुंबई काला चौकी, एटीएस थाने में पंजीकृत एक मामले में पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्तों शाहनवाज और रिजवान के संबंध अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र संगठन एसएएमयू से जुड़े कुछ छात्रों से हैं, जो आईएसआईएस की विचारधारा से गहराई से जुड़े हैं और भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं।
अग्रवाल ने बताया कि इस संबंध में साक्ष्य संकलन करने के बाद एटीएस थाना, उप्र में तीन नवंबर को भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं में मामला पंजीकृत किया गया था।
उन्होंने कहा कि गहन विवेचना के बाद अब्दुल्ला अर्सलान और माज बिन तारिक को गिरफ्तार कर उनके पास से प्रिंटेड साहित्य, प्रोपेगेंडा से भरी पेन ड्राइव बरामद की गयी। उन्होंने बताया कि आरोपियों के पास से प्राप्त इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की मेमोरी से देश विरोधी व आतंकी विचारधारा समर्थित समूह पाये गये हैं जिनमें आईएसआईएस के प्रतिबंधित साहित्य का आदान-प्रदान हुआ है।
उन्होंने कहा कि दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया गया जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।
एडीजी ने कहा कि अदालत से अभियुक्तों को हिरासत में लेने का अनुरोध किया गया है ताकि उनसे विस्तृत पूछताछ कर उनके नेटवर्क का पता लगाया जा सके।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…