ब्रांड पिस्टल ने भी उगली आग, डिमांड, सप्लाई का खेल समझ नहीं सकी पुलिस…
मार्च मंगलवार 3-3-2020 उत्तर-प्रदेश/ वाराणसी । उत्तर.पूर्वी दिल्ली में हुए दंगे में बिहार के मुंगेर मेड पिस्टल ने भी आग उगली। मुंगेर मेड पिस्टलों का हिंसा में जमकर इस्तेमाल हुआ। गिरफ्तार किए गए अधिकतर दंगाइयों के पास से बिहार मेड पिस्टल बरामद हुई है। इनमें प्रतिबंधित नाइन एमएम से लेकर 315 बोर के असलहे शामिल हैं। खुफिया तंत्र को जानकारी मिली कि दिल्ली और आसपास के सटे यूपी के इलाकों में बिहार से असलहों की सप्लाई का रूट चंदौली बना था। बिहार से चंदौली और वहां से दिल्ली ट्रेन के जरिए असलहों की तस्करी हो रही थी। बरामदगी आंकड़ों के हिसाब से देखा जाए तो उस लिहाज से असलहों की संख्या का अंदाजा लगाया जा सकता है जो पुलिस की नजर से बचकर दिल्ली और उसके आसपास के इलाके में पहुंचे।
लगातार बरामदगी के पास के बाद भी नहीं खड़े हुए कान
गुडवर्क का खेल कहिए या फिर सटीक मुखबिरी चंदौली पुलिस व जीआरपी डीडीयू की टीम बीते तीन साल से प्रतिवर्ष औसतन 100 पिस्टल व 500 से अधिक कारतूस बरामद कर रही। अधिकतर तस्कर बिहारए झारखंड के रहने वाले हैं। पकड़े गए तस्करों ने दिल्ली व उससे सटे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तस्करी की बात भी स्वीकार की।
समय. समय पर भारी संख्या में एक साथ असलहों की बरामदगी तो होती रही लेकिन खुफिया तंत्र और पुलिस के कान खड़े नहीं हुए कि आखिर क्यों इतनी बड़ी संख्या में हथियार और कारतूसों की तस्करी दिल्ली व उसके आसपास के इलाके में हो रही है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…