डीएम मनीष वर्मा ने बनाया डूब क्षेत्र को सुरक्षित रखने का प्लान…
नोएडा, । नोएडा व ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में पड़ने वाले हिंडन व यमुना नदी के किनारों (डूब क्षेत्र) को सुरक्षित रखने का बड़ा प्लान तैयार किया गया है। नोएडा (गौतमबुद्धनगर) के जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने इस प्लान पर काम भी शुरू कर दिया है। आपको बता दें कि हाल ही में यमुना नदी व हिंडन नदी में बाढ़ आ गई थी। इस बाढ़ की चपेट में आने से नोएडा व ग्रेटर नोएडा क्षेत्र पूरा डूब गया था। हजारों परिवारों व जानवरों को रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना पड़ा था। इस बाढ़ में करोड़ों रुपये की प्रॉपर्टी तबाह हो गई थी। इस प्रकार की समस्या भविष्य में ना हो, इस बात को ध्यान में रखते हुए डूब क्षेत्र को संरक्षित करने का एक पूरा प्लान बनाया गया है। नोएडा के डीएम मनीष कुमार वर्मा इस प्लान को जमीन पर उतारने का प्रयास कर रहे हैं।
बता दें कि यमुना नदी व हिंडन नदी के किनारों पर घोषित डूब क्षेत्र में किसी भी प्रकार के स्थायी निर्माण पर कानूनन पाबंदी है। कानून को तोड़कर भूमाफिया डूब क्षेत्र में अवैध निर्माण कर लेते हैं। भविष्य में कोई अवैध निर्माण ना होने पाए इसके लिए नोएडा व ग्रेटर नोएडा (गौतमबुद्धनगर जिला) के डीएम मनीष वर्मा खास कवायद कर रहे हैं। गौतमबुद्धनगर जिले के डीएम मनीष कुमार वर्मा ने चेतना मंच को बताया कि पूरे डूब क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाने का आदेश जारी कर दिया गया है। सीसीटीवी कैमरों की मदद से जिले के कई अधिकारी अपने दफ्तर में बैठकर ही पूरे डूब क्षेत्र पर निगरानी रख सकेंगे। जो भूमाफिया डूब क्षेत्र में निर्माण करेगा उसके विरुद्ध त्वरित कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि डूब क्षेत्र में जमीन की खरीद फरोख्त को पहले से ही प्रतिबंधित कर रखा है। डूब क्षेत्र में जमीनों की रजिस्ट्री किए जाने पर भी पाबंदी लगा रखी है। फिर भी यदि कोई भूमाफिया डूब क्षेत्र में निर्माण कार्य करता हुआ पाया जाएगा तो उसके विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।
नोएडा शहर के आसपास यमुना नदी के किनारे कई दर्जन अवैध फार्म हाउस बने हुए हैं। इन फार्म हाउसों को तोड़ने के अनेक प्रयास किए गए हैं। फार्म हाउसों के मालिक ज्यादातर नेता, प्रशासनिक अफसर व बड़े बड़े पूंजीपति हैं। कोई ना कोई जुगाड़ लगाकर ये लोग अपने फार्म हाउस को बचा लेते हैं। नोएडा क्षेत्र के सामाजिक संगठन जिला प्रशासन व नोएडा प्राधिकरण से सभी फार्म हाउस तोड़ने की मांग करते रहे हैं। दुर्भाग्य से यह समस्या जस की तस बनी हुई है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…