जातीय विभाजन ने देश पर ग्रहण लगा दिया है: केरल के मुख्यमंत्री विजयन…

जातीय विभाजन ने देश पर ग्रहण लगा दिया है: केरल के मुख्यमंत्री विजयन…

तिरुवनंतपुरम, 15 अगस्त। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मंगलवार को कहा कि जब देश अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है तो जाति और जातीय विभाजन की घटनाओं ने गणतंत्र पर ग्रहण लगा दिया है और उसकी धर्मनिरपेक्ष प्रकृति को नुकसान पहुंचाया है।

विजयन ने फेसबुक पर किए एक पोस्ट में कहा कि संघीय मूल्यों को भी नष्ट कर दिया गया है।

उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में प्रत्येक नागरिक को देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने तथा उसके संघीय मूल्यों को संरक्षित रखने के अपने संकल्प को दोहराना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) के जरिए सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं भी दीं।

उन्होंने कहा, ”हमारा स्वतंत्रता संग्राम केवल बेड़ियां तोड़ने के लिए नहीं था बल्कि यह एक विविध और समावेशी भारत के निर्माण के लिए था। आइए, इस स्वतंत्रता दिवस पर अपने राष्ट्र के धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक आदर्शों को बरकरार रखें और यह सुनिश्चित करें कि ये मूल्य हमारी राष्ट्रीयता के मूल में बने रहे। स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं।”

विजयन ने फेसबुक पर लिखा कि औपनिवेशिक शासन से भारत को आजादी वीर शहीदों समेत कई देशभक्तों के संयुक्त संघर्ष से मिली, चाहे वे किसी भी जाति, धर्म, भाषा तथा वेशभूषा के रहे हों।

उन्होंने कहा कि भारत का संवैधानिक लोकतंत्र आजादी के इस संग्राम का नतीजा था और स्वतंत्रता आंदोलन के साम्राज्य विरोधी विचारों ने ही देश को आकार दिया।

उन्होंने कहा कि संघीय व्यवस्था और भाषायी राज्य दोनों ही राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन द्वारा प्रदान किए मूल्यों से उत्पन्न हुए।

विजयन ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन इस विश्वास पर आधारित था कि स्वतंत्र भारत की आधारशिला धर्मनिरपेक्षता होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा, ”लेकिन आज, ऐसी स्थिति है जहां जाति और जातीय विभाजन ने गणतंत्र पर इस तरह ग्रहण लगा दिया है कि उसकी धर्मनिरपेक्षता को नुकसान पहुंचा है। संघीय सिद्धांतों को भी नष्ट किया गया है।”

विजयन ने कहा, ”इस संदर्भ में देश के धर्मनिरपेक्ष चरित्र को संरक्षित करने तथा संघीय मूल्यों की रक्षा करने के लिए हम सभी कर्तव्यबद्ध हैं। हमें 77वें स्वतंत्रता दिवस पर इस संकल्प को दोहराने की जरूरत है।”

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…