स्टालिन ने शिक्षा को संविधान की राज्य सूची में शामिल करने की वकालत की…

स्टालिन ने शिक्षा को संविधान की राज्य सूची में शामिल करने की वकालत की…

चेन्नई, 15 अगस्त । तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने शिक्षा को संविधान की समवर्ती सूची से राज्य सूची में स्थानांतरित करने की मंगलवार को वकालत की।

स्टालिन ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में घोषणा की कि विभिन्न सरकारी विभागों में लगभग 55,000 रिक्तियां भरी जाएंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों से प्रत्यक्ष रूप से जुड़े सभी विषयों, खासकर शिक्षा को संविधान की राज्य सूची के तहत लाया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि अगर शिक्षा को संविधान की राज्य सूची में स्थानांतरित कर दिया जाता है, तो राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) जैसी योग्यता परीक्षा पद्धति को पूरी तरह से समाप्त किया जा सकता है।

स्टालिन ने नीट के कथित तनाव के कारण एक परीक्षार्थी के आत्महत्या करने के बाद उसके पिता द्वारा भी खुदकुशी किए जाने की घटना के मद्देनजर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से सोमवार को अपील की थी कि वह इस परीक्षा से तमिलनाडु को छूट देने की मांग करने वाले राज्य सरकार के विधेयक को तत्काल मंजूरी दें।

स्टालिन ने स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद यहां फोर्ट सेंट जॉर्ज से अपना भाषण दिया।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…