त्रिपुरा में डेंगू से पहली मौत का मामला…

त्रिपुरा में डेंगू से पहली मौत का मामला…

अगरतला, 03 अगस्त । त्रिपुरा में डेंगू से पहले मरीज की मौत का मामला सामने आया है जिससे स्वास्थ्य विभाग की पेशानी पर बल पड़ गये हैं।
एक सूत्र ने गुरुवार को यह जानकारी दी। स्वास्थ्य अधिकारियों ने हालांकि दावा किया कि उनके पास इसकी कोई पुष्टि नहीं है, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने स्वीकार किया कि 65 वर्षीय सुभाष सरकार की मौत डेंगू से हुई है।
सिपाहीजाला जिला में सोनामुरा के धनपुर निवासी सरकार 27 जुलाई से तेज बुखार और दस्त से पीड़ित थे। मृतक के पुत्र सुरेश सरकार ने कहा, “वह बेहोश हो गए और उनके शरीर का तापमान असामान्य रूप से बढ़ गया था।” धनपुर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें सोनामुरा अस्पताल ले जाया गया, जहां सरकार को डेंगू होने का पता चला। इसके बाद उन्हें तुरंत त्रिपुरा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन अगले दो दिनों तक उनकी स्वास्थ्य स्थिति बिगड़ती रही।
सुरेश ने कहा, “चूंकि हमने उनके स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं देखा, इसलिए हमने उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कर दिया। उन्होंने बहुत कोशिश की, लेकिन उनकी जान नहीं बचा सके।” उन्होंने आरोप लगाया कि आपातकालीन स्थिति का संकेत देने वाले लक्षणों के बावजूद मेडिकल कॉलेज में विशेषज्ञ डॉक्टरों ने मरीज को नहीं देखा।
प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक अगरतला के सरकारी चिकित्सा कॉलेज में डेंगू से संक्रमित 37 लोगों का इलाज जारी है, जबकि सोनामुरा के स्थानीय अस्पतालों में बड़ी संख्या में मरीजों को भर्ती कराया गया है। त्रिपुरा सरकार ने पहले ही राज्य में आने वाले सभी बंगलादेशी नागरिकों के लिए डेंगू परीक्षण अनिवार्य कर दिया है।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. देबाशीष बसु ने कहा, “स्वास्थ्य विभाग ने सोनामुरा के प्रभावित क्षेत्रों के प्रत्येक गांव में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए हैं और स्थिति से निपटने के लिए चिकित्सा सहायता के साथ अतिरिक्त डॉक्टरों को तैनात किया है।” उन्होंने कहा, “हमने स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि बुखार से पीड़ित लोगों की स्थिति के बारे में घर-घर जाकर व्यापक निरीक्षण करें। पूरे राज्य में सलाह जारी की गई है कि अगर किसी को बुखार महसूस हो या उससे संबंधित कोई बीमारी हो तो अस्पताल पहुंचें।’
स्वास्थ्य विभाग ने सोनामुरा के प्रभावित गांवों में बड़ी संख्या में मच्छरदानियां वितरित की हैं और लोगों को सलाह दी है कि वे दिन में भी सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें। सोनामुरा के दूसरी ओर बंगलादेश के गांवों में भी हाल ही में डेंगू फैलने की सूचना मिली है और ऐसा माना जाता है कि सीमा पार मच्छरों की आवाजाही भारतीय क्षेत्र में इसके फैलने का कारण हो सकती है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…