संस्कार की पाठशाला नामक प्रोग्राम के तहत देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद…
समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफेसर एमपी सिंह ने पोशाक की महत्वता पर प्रकाश डाला…
13 फरवरी 2020 को संस्कार की पाठशाला नामक प्रोग्राम के तहत देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफेसर एमपी सिंह ने पोशाक की महत्वता पर प्रकाश डालते हुए कहा की खाकी वर्दी पुलिस, एनसीसी, एनएसएस, होमगार्ड, बस कंडक्टर, ड्राइवर गांव का चौकीदार आदि पहनते हैं छोटे बच्चे इसमें भेद नहीं समझते हैं और वह सभी को पुलिस समझ कर डर जाते हैं लेकिन बड़े होने के बाद समझ में आती है कि पुलिस के कर्मचारी और अधिकारियों की वजह से ही हम चैन की नींद सो पाते हैं सड़क पर यातायात पुलिस की वर्दी भी खाकी होती है जिसकी वजह से हम अपनी यात्रा को सुगम बना पाते हैं और सुरक्षित अपने गंतव्य स्थान पर पहुंच जाते हैं डॉ एमपी सिंह ने कहा कि हमें खाकी वर्दी के साथ जल सेना, थल सेना, वायु सेना की वर्दी का भी सम्मान करना चाहिए जिनकी वजह से हम स्वतंत्र रूप से देश की एकता अखंडता और समृद्धि के लिए काम कर पा रहे हैं डॉ एमपी सिंह ने कहां कि वर्दीधारी ही वीआईपी को सुरक्षित रख पा रहे हैं डॉ एमपी सिंह ने कहा कि पोशाक हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है यह हमारे व्यक्तित्व के बारे में सब कुछ बता देती है पोशाक मैं शिक्षा अनुशासन शिष्टाचार का भी पता चल जाता है पोशाक के आधार पर ही अमीरी गरीबी असभ्यता अश्लीलता गुंडा बदमाश, शराबी, ज्वारी, विद्यार्थी, वकील, डॉक्टर, नर्स, नेता, कलाकार, अभिनेता आदि का पता चलता है डॉ एम पी सिंह का मानना है कि पहनावा ऐसा होना चाहिए जिससे नैतिकता झलके और वर्षा आंधी तूफान धूप ताप से शरीर की रक्षा सुरक्षा हो जाए सभ्य समाज में सभ्य पोशाक भी व्यक्ति के व्यक्तित्व पर प्रभाव डालती है हमारा पहनावा हमारी संस्कृति को दर्शाता है डॉ एमपी सिंह ने कहा कि आपका पहनावा ऐसा होना चाहिए जो आपके आत्मविश्वास को बढ़ाता हो पोशाक के आधार पर ही काम का वर्गीकरण होता है संत महात्माओं की पोशाक वाले व्यक्ति वह सब कुछ नहीं कर पाते हैं जो आमतौर पर आम आदमी समाज में करता है पोशाक आज प्रतिस्पर्धा का भी विषय बन चुकी है टीवी सीरियल फिल्म और खिलाड़ियों की पोशाक को देखकर भी आज का युवा अपनी पोशाक का चुनाव कर रहा है इसी पोशाक के आधार पर सामाजिक और पारिवारिक मूल्यांकन भी किया जा रहा है डॉ एमपी सिंह ने कहा कि नागरिक सुरक्षा के लिए तथा अनैतिक गतिविधियों को रोकने के लिए जल सेना, वायु सेना, थल सेना का गठन किया जाता है जिनकी वर्दी का रंग भी निर्धारित होता है डॉक्टर एमपी सिंह के कहने का भाव यह है कि आपके पहने हुए वस्त्र और आभूषणों से आपके बारे में सब कुछ पता चल जाता है
हृदयेश सिंह की रिपोर्ट…