*दिल्ली में जामिया के सीएए विरोधी छात्रों और पुलिस के बीच टकराव*
*लाठीचार्ज में कई प्रर्दशनकारी घायल- तनाव की स्थिति*
*पुलिस ने कहा छात्रों ने पानी के पाउच फेंके-छात्रा का बुर्का खींचने का आरोप*
नई दिल्ली। जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों द्वारा नागरिकता कानून के खिलाफ मार्च निकालने के दौरान पुलिस के साथ उनकी झड़प हो गई, झड़प में कुछ छात्र घायल हुए हैं जिनकी संख्या 10 बताई जा रही है। दिल्ली पुलिस छात्रों के मार्च को संसद की ओर जाने से रोक रही थी। छात्रों का आरोप है कि उन पर पुलिस ने हमला किया।
जामिया की एक छात्रा का इस मामले पर कहना है कि उस पर महिला पुलिसकर्मी ने हमला किया और बुर्का उतार फेंका। वहीं समाजवादी पार्टी के आधिकारिक टि्वटर हैंडल से ट्वीट किया गया है कि दिल्ली में सीएए के खिलाफ शांतिपूर्ण मार्च पर निकले छात्रों पर लाठीचार्ज अत्यंत दुखद है। संविधान विरोधी कानून से मिले विरोध के मौलिक अधिकार को भी सत्ता तले कुचला जा रहा है। गौरतलब है कि जामिया में प्रदर्शनकारी पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। पुलिस ने सुरक्षा के भारी इंतजाम किए हैं।
सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ जामिया कोऑर्डिनेशन कमेटी (जेसीसी) ने इस मार्च का आयोजन किया था। संसद कूच करते वक्त प्रदर्शनकारियों को ओखला के होली फैमिली अस्पताल के सामने पुलिस ने रोकने की कोशिश की, इस दौरान दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। पुलिस ने होली फैमिली अस्पताल के पास प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। सुरक्षा बलों ने उस समय प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया, जब प्रदर्शनकारियों ने उन पर पानी के पाउच फेंके। पुलिस ने शुरुआत में प्रदर्शनकारियों को मार्च की अनुमति नहीं दी थी।
*”हिंद वतन समाचार” की रिपोर्ट, , ,*