लखनऊ।हिन्द वतन समाचार…
संतों से कम नहीं है आरएसएस के स्वयंसेवक, देश व समाज के उत्थान के लिए आजीवन त्याग देते हैं अपना घर-परिवार – महामंडलेश्वर भवानीनंदन यति…
जखनियां/उत्तर प्रदेश। ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का हर स्वयंसेवक देश की सेवा में अपने जीवन को समर्पित कर जीवन के उद्देश्य को पूरा करता है। जीवन पर्यंत राष्ट्रहित के साथ ही समाज हित के कार्यों को संपादित कराने वाला स्वयंसेवक इस धरती पर साधुवाद पात्र है।’ उक्त बातें रविवार को सिद्धपीठ हथियाराम मठ के महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति महाराज ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विभाग की समीक्षा बैठक में स्वयंसेवकों व पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहीं। सिद्धपीठ हथियाराम मठ पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जौनपुर विभाग की दो दिवसीय समीक्षा बैठक के समापन के बाद स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए महामंडलेश्वर ने कहा कि जीवन पर्यंत संकल्प लेकर राष्ट्र निर्माण के महायज्ञ में अपनी सहभागिता निभाने वाले स्वयंसेवक को हर किसी को धन्यवाद देना चाहिए। जिस तरह अपना घर-परिवार छोड़कर हम जैसे साधु सन्यासी धर्म प्रचार व धर्म स्थापना के लिए लगातार कार्य करते हैं। उसी तरह से लाखों स्वयंसेवक हमारे व समाज के उत्थान के लिए इस राष्ट्र को ही अपना धर्म मानकर धर्म पालन के लिए सन्यासी की भूमिका में काम करते हैं। यह राष्ट्र धर्म पालन का कार्य निःसंदेह इन्हें समाज में महान बनाता है। कहा कि ऐसे कार्यक्रमों में सिद्धपीठ की उपयोगिता से यह सिद्धपीठ अपने को गौरवान्वित महसूस करता है। समीक्षा बैठक समापन के बाद महामंडलेश्वर द्वारा सभी स्वयंसेवकों को अंगवस्त्रम, रुद्राक्ष माला व प्रसाद देकर सम्मानित किया। स्वयंसेवकों को सम्मानित करते हुए उन्होंने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि एक साथ इतने राष्ट्रधर्म संन्यासियों को सम्मान करने का अवसर प्राप्त हुआ। इस मौके पर सह प्रांत कार्यवाह सोहनलाल श्रीमाली, विभाग संघ चालक मुरली पाल, सह विभाग संघ चालक सच्चिदानंद राय, विभाग कार्यवाह शिव प्रकाश, विभाग प्रचारक संतोष, जिला प्रचारक सुशील, डॉ. सुरेश, डॉ नागेंद्र, डॉ वेद प्रकाश, डॉ प्रेम बहादुर, अशोक कुमार राय, फैलू यादव आदि मौजूद थे।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…