लूट का फर्जी मुकदमा लिखाने पर केस दर्ज…

लूट का फर्जी मुकदमा लिखाने पर केस दर्ज…

ट्रांस हिंडन, 26 मार्च । निजी कंपनी में काम करने वाले युवक ने टीला मोड़ इलाके में ऑटो गैंग पर बेहोश कर लैपटॉप, नगदी और मोबाइल लूटने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था। पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि युवक शराब के नशे में था और उसका सामान खुद उससे ही कहीं खो गया। पिता की डांट से बचने के लिए उसने लूट की फर्जी कहानी गढ़ी।

इंद्रप्रस्थ इलाके में रहने वाले दीपक उनियाल गुरुग्राम की निजी कंपनी में काम करते हैं। 23 मार्च को उन्होंने टीला मोड़ थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया था कि 21 मार्च की रात्रि में डयूटी से घर लौट रहा था। इस दौरान वह गुरुग्राम के डीएलएफ पहुंचा और फिर वहां से इंद्रप्रस्थ योजना स्थित अपने घर जाने के लिए टीलामोड़ गैस प्लांट तक के लिए एक ऑटो में बैठे। ऑटो में चालक समेत 3 लोग पहले से ही सवार थे। आरोप है कि रास्ते में ऑटो सवार लुटेरों ने उसे रूमाल सुघांकर बेहोश कर दिया और फिर उसका कंपनी का लैपटॉप, मोबाइल फोन, 1500 रूपए की नकदी, एटीएम कार्ड, पैन कार्ड तथा डीएल लूट लिया। वारदात के बाद बदमाश उसे बेहोशी की हालत में ही सड़क किनारे फेंक फरार हो गए। देर रात तक घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने उसकी तलाश की, इस दौरान वह परिजनों को देर रात लगभग ढाई बजे कोयल एंक्लेव के पास सड़क किनारे पड़ा मिला। शिकायत के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी तो दीपक की मौजूदगी वहां नहीं पाई गई। इतना ही नहीं पुलिस ने दीपक के मोबाइल फोन की सीडीआर खंगाली तो उससे भी यह साफ नहीं हो पाया कि कथित घटना के समय वहां दीपक की मौजूदगी नहीं थी। इसके बाद पुलिस ने घटना के संबंध में दीपक से सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि वह शराब के नशे में था और उसका सामान कहीं छूट गया और फिर पिता की डांट से बचने के लिए उसने लूट की कहानी बना डाली। टीलामोड़ पुलिस का कहना है कि अब दीपक ने शपथ पत्र दिया है कि वह कोई कानूनी कार्रवाई नहीं चाहता। पुलिस ने फर्जी सूचना देने पर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…