कोरोना महामारी में दिवगंत 103 पत्रकारों की लेखनी हमेशा सबको याद रहेगी: योगी आदित्यनाथ…

कोरोना महामारी में दिवगंत 103 पत्रकारों की लेखनी हमेशा सबको याद रहेगी: योगी आदित्यनाथ…

दिवंगत पत्रकारों के परिजनों को 10-10 लाख के चेक दिये गये…

पत्रकारों को सस्ती दर पर हर शहर में मिलेंगे आवास…

         लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण के चलते दिवंगत हुए 50 पत्रकारों के परिजनों को लखनऊ में रविवार को 10-10 लाख रुपये की सहायता राशि का चेक सौंपा। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पत्रकारों और हमारी सरकार का काम करने का तरीका भले ही अलग है लेकिन हमारा लक्ष्य एक ही है और वो है समाज और देश का लोकमंगल। उन्होने कहा कि हमारे देश का मीडिया स्वतंत्र है लेकिन कोरोना काल के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से दिए गए अनुशासन के मन्त्र को मीडिया ने आत्मसात किया और लोगों की जान बचाने में अपनी जान की भी परवाह नहीं की। योगी आदित्यनाथ ने पत्रकारों के साहस का बयान करते हुए कहा कि देश की 140 करोड़ की आबादी ने कोरोना जैसे संकट का डटकर मुकाबला किया और इसमें सबसे अहम भूमिका हमारे देश के मीडिया की रही। अपने सम्बोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने अटल बिहारी वाजपेई को भी याद किया। उन्होंने कहा श्रद्धेय अटल जी हमेशा पत्रकारों से विशेष स्नेह रखते थे।   
             मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान हमारे 103 पत्रकार भाई नहीं रहे, लेकिन अपनी लेखनी के माध्यम से उन्होने जो काम किया है वो हमेशा हम सबको याद रहेगा। उन्होने कहा कि कहा हमारी सरकार ने फ्रंटलाइन वर्करों के रूप में स्वास्थ्यकर्मियों के बाद पत्रकारों के लिए वैक्सीन लगवाने के विशेष केंद्र खोले। उन्होने कहा कोरोना काल के दौरान मीडिया ने बेहद बड़ी जिम्मेदारी उठाई। उन्होंने सही काम की प्रशंसा की और हमारी कमियों को भी निष्पक्ष रूप से उजागर किया। मीडिया का तबका थोड़े से संसाधनों के बावजूद समाज की भलाई के लिए काम करता है। उन्होने कहा दिवंगत पत्रकारों के परिवारों के लिए सरकार और भी कुछ करना चाहती है। दिवंगत पत्रकारों के परिवारों को सूचना विभाग के माध्यम से विधवा पेंशन योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना और पीएम निधि योजना से भी जोड़ा जाएगा।
            इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि प्रत्येक जनपद में पत्रकारों को आवास के लिए सस्ते दरों पर सरकार जमीन देने का काम करेगी, गोरखपुर में सरकार ने इस योजना को बतौर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू कर दिया गया है, आगे इसे प्रत्येक जनपदों में सरकार लागू करेगी। इसके लिए सभी संपादक सूचना विभाग के जरिये जानकारी कर सकते हैं।मीडिया चौथा स्तम्भ है और इसकी विश्वसनीयता सबसे बड़ी पूंजी है। मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा कि आपके साथ केवल मीडिया का परिवार ही नहीं बल्कि सरकार भी है। हम सब एक परिवार की तरह हैं और लोकमंगल की कामना ही हमारा लक्ष्य है।
               मुख्यमंत्री ने कोविड-19 से दिवंगत 53 पत्रकारों के परिजनों को कुल 5.30 करोड़ रुपये की सहायता राशि चेक वितरित किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काला में 103 मान्यता प्राप्त पत्रकार इस बीमारी की चपेट में आए और उनकी जान चली गई, जिसके बाद उनके परिवारों के सामने भरण-पोषण की समस्या खड़ी हो गई थी. प्रदेश सरकार ने इन सभी दिवंगत पत्रकारों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये सहायता राशि प्रदान की है। उन्होने कहा कि इससे पहले पिछले साल जुलाई में 50 दिवंगत पत्रकारों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की सहायता राशि दी गई थी।

विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,