लोकल फॉल्ट होने पर जेई को जवाब देना होगा…
नोएडा,। शहर में उपभोक्ताओं को निर्बाध आपूर्ति के लिए विद्युत निगम द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसी के मद्देनजर किसी क्षेत्र में लोकल फॉल्ट की वजह से बत्ती गुल होती है तो संबंधित क्षेत्र के जेई को तलब किया जाएगा। लोकल फॉल्ट का उचित कारण होने पर ही जेई के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी। अगर कार्य में लापरवाही की वजह से लोकल फॉल्ट या बत्ती गुल हुई है तो संबंधित जेई के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
विद्युत निगम का अक्तूबर और नवंबर का महीना कूलिंग मैथ होता है। इस दौरान बिजली की मांग कम होती है। बहुत ज्यादा सर्दी होने पर और गर्मी होने पर बिजली की मांग बढ़ जाती है। अभी बिजली की मांग करीब 1200 मेगावाट तक आ रही है। जबकि, गर्मियों में बिजली की मांग दो हजार मेगावाट तक पहुंच जाती है और सर्दियों में यह 16 सौ मोगावाट तक पहुंच रहती है। निगम अधिकारियों का मानना है कि कूलिंग मैथ के दौरान उपभोक्ताओं को हर संभव निर्बाध आपूर्ति की जाए। अगर इस दौरान उपभोक्ताओं को लोकल फॉल्ट या अन्य किसी वजह से बत्ती गुल होती है तो संबंधित क्षेत्र के जेई को तलब किया जाएगा। बिजली की मांग कम होने के बाद भी किस वजह से बत्ती गुल हो रही है तो जेई को स्पष्ट जवाब देना होगा। इसके लिए विद्युत निगम के उच्चाधिकारियों ने जेई को दिशा-निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उपभोक्ताओं को निरंतर आपूर्ति बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। ताकि उपभोक्ताओं को बिजली कटौती का सामना करना नहीं पड़े।
उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति की प्रत्यक्ष रूप से सीधी जिम्मेदारी जेई की होती है। ऐसे में बिजली की मांग कम होने के बाद भी उपभोक्ताओं को बिजली कटौती का सामना न करना पड़े। इसके लिए जेई को निर्देश दिए गए हैं।
-जेबी सिंह, मुख्य अभियंता, विद्युत निगम।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…