दस दिनों में 583 कुत्तों के रजिस्ट्रेशन पूरे, जारी हुई गाइडलाइन…
गाजियाबाद, 16 सितंबर। गाजियाबाद में नगर निगम की गाइडलाइन के बाद महज दस दिनों के अंदर 583 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। वहीं निगम को इस साल 10,65000 की आमदनी भी हुई है। जबकि वित्तीय वर्ष में महज 7,18,000 रुपए का ही राजस्व प्राप्त हुआ था। बता दें कि कुत्ते पालने के शौकीनों के लिए एक बार फिर गाइडलाइन जारी हुई है। जिसके मुताबिक, शहर में अब बगैर रजिस्ट्रेशन के आप कुत्ता नहीं रख पाएंगे। इतना ही नहीं कुत्ते को घुमाने के लिए भी कई तरह की गाइडलाइन जारी की गई है और यदि कुत्ता किसी को काट लेता है तो उसकी जिम्मेदारी भी कुत्ते के मालिक की ही होगी। शिकायत होने पर उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जा सकती है। बहरहाल नगर निगम ने अब इस मामले में सख्ती बरतनी शुरू कर दी है।
रजिस्ट्रेशन नहीं कराने पर जुर्माना का प्रावधान
गाजियाबाद में लोगों को पालतू कुत्ते के काटे जाने के बाद नगर निगम ने बेहद सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। इतना ही नहीं हर इलाके में नगर निगम की टीम के द्वारा सर्वे किया जा रहा है। यानी जिन लोगों ने कुत्ते पाले हुए हैं और उनका रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है तो ऐसे लोगों के खिलाफ निगम कार्रवाई भी कर रहा है। यानी सीधे-सीधे उन पर ₹5000 का जुर्माना का प्रावधान भी लागू किया हुआ है। रजिस्ट्रेशन होने के बावजूद भी यदि कोई कुत्ता किसी को काट लेता है तो शिकायत होने के बाद उस पर कार्रवाई भी हो सकती है।
अभी और भी बढ़ सकता है इसका आंकड़ा
नगर नगर निगम की इस सख्ती का असर अब दिखाई देने लगा है। पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. अनुज सिंह ने बताया कि हर इलाके में सर्वे शुरू कर दिया गया है। जिन लोगों के कुत्तों के रजिस्ट्रेशन नहीं हुए हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इसका असर उस वक्त देखने को मिला जब महज 10 दिन के अंदर 583 पालतू कुत्तों का रजिस्ट्रेशन हुआ है। डॉ. अनुज सिंह का कहना है कि पंजीकरण को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ रही है। फिलहाल नगर निगम ने जो रजिस्ट्रेशन किए हैं। अभी तक 10,65000 रुपए का राजस्व भी नगर निगम को मिल गया है जबकि बीते वित्तीय वर्ष में 71,8000 रुपए ही नगर निगम को प्राप्त हुए थे। उन्होंने बताया कि अभी इसका आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। उसका बड़ा कारण यह भी माना जा रहा है कि अब रजिस्ट्रेशन शुल्क महज 200 रुपए कर दिया गया है और रजिस्ट्रेशन के लिए बाकायदा एक ऐप भी जारी की गई है। जिस पर स्वयं ही कुत्ते का रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…