करीबी मुकाबले के बाद केन्या के राष्ट्रपति बने विलियम रूटो…
नैरोबी, 13 सितंबर। पूर्वी अफ्रीका के सबसे स्थिर लोकतंत्र में नौ अगस्त को हुए चुनाव में बहुत कम अंतर से जीत हासिल करने वाले विलियम रूटो ने केन्या के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ले ली।
रूटो ने नौ अगस्त को हुए चुनाव में लंबे समय से विपक्ष के नेता रहे रैला ओडिंगा को मामूली अंतर से हराया। उच्चतम न्यायालय ने पिछले सप्ताह आधिकारिक परिणामों को चुनौती देने वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया था।
रूटो निवर्तमान राष्ट्रपति उहुरू केन्याट्टा के कार्यकाल में उप राष्ट्रपति रहे थे लेकिन बाद में दोनों में तकरार हो गई और उन्होंने महीनों तक बात नहीं की थी।
मंगलवार को दोनों ने जब हाथ मिलाया तो उपस्थित लोगों ने तालियां बजाकर खुशी जताई।
विलियम रूटो का शपथ ग्रहण समारोह एक स्टेडियम में आयोजित किया गया। मंगलवार को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोगों ने जबरन स्टेडियम में घुसने का प्रयास किया और इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोका तथा अनेक लोग घायल हो गये।
चिकित्सा कर्मी पीटर मुइरुरी ने कहा कि लोगों के धक्का देने पर नैरोबी स्टेडियम की बाड़ टूट गयी और करीब 60 लोग घायल हो गये। यह संख्या बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि किसी की मृत्यु की खबर नहीं है।
कुछ लोगों ने सुरक्षाकर्मियों को धक्का देकर घुसने का प्रयास किया लेकिन नाकाम रहे। एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, ‘‘मैंने अंदर घुसने का प्रयास किया तो पुलिस ने मुझे पीटा।’’
रूटो ऐसे समय में सत्ता संभाल रहे हैं जब देश कर्ज में डूबा है और उनके सामने केन्या के गरीब लोगों से किये गये चुनावी वादों को पूरा करने की चुनौती होगी।
राजनीतिक हिंसा के इतिहास वाले देश में अगस्त का चुनाव शांतिपूर्ण रहा था। केवल अंतिम मिनटों में ही अराजकता फैली जब चुनाव आयोग सार्वजनिक रूप से विभाजित हो गया और प्रमुख ओडिंगा समर्थकों ने रूटो को विजेता घोषित करने से रोकने की कोशिश की।
हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…