यूक्रेनी बलों ने खार्कीव के पास रूस के कब्जे वाले कुछ क्षेत्रों को छुड़ाया…
कीव,। यूक्रेनी बलों ने उत्तर-पूर्वी खार्कीव क्षेत्र में रूस के कब्जे वाले कुछ हिस्सों पर दोबारा नियंत्रण हासिल कर लिया है, जबकि दक्षिण में यूक्रेन की जवाबी कार्रवाई के चलते मॉस्को के कुछ संसाधन खत्म हो गए हैं। बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया।
वाशिंगटन स्थित थिंक-टैंक ‘इंस्टिट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर’ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि खार्कीव क्षेत्र में यूक्रेनी बल दक्षिण में मॉस्को के कब्जे वाले शहर खेरसॉन के पास के क्षेत्रों में ‘रूसी जवानों की पुन: तैनाती का संभावित फायदा उठा रहे’ हैं, ताकि प्रांत में ‘एक अवसरवादी, लेकिन बेहद प्रभावी जवाबी कार्रवाई’ की जा सके।
रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेनी बलों ने बुधवार को ‘टैक्टिकल सरप्राइज’ (किसी प्रमुख बिंदु पर व्यापक बल प्रयोग की रणनीति) का इस्तेमाल कर खार्कीव में रूस-अधिकृत क्षेत्र में कम से कम 12 मील (20 किलोमीटर) अंदर प्रवेश किया और लगभग 155 वर्ग मील (400 वर्ग किलोमीटर) जमीन पर दोबारा नियंत्रण हासिल कर लिया।
खार्कीव क्षेत्र के कुपियांस्क शहर के मॉस्को समर्थिक मेयर विताली गानशेव ने बृहस्पतिवार को बताया कि यूक्रेन की लगातार जारी गोलाबारी के चलते प्राधिकारियों ने कुपियांस्क और उसके आसपास के इलाकों से महिलाओं और बच्चों को बाहर निकालना शुरू कर दिया है।
इससे पहले, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने भी बुधवार रात अपने वीडियो संबोधन में खार्कीव क्षेत्र में सफलता मिलने की बात कही थी। हालांकि, उन्होंने इसका विवरण साझा नहीं किया था।
जेलेंस्की ने कहा था, “इस हफ्ते हमारे पास खार्कीव क्षेत्र से अच्छी खबर है। आप शायद यूक्रेनी बलों की गतिविधियों से जुड़ी रिपोर्ट पहले ही देख चुके हैं। मुझे लगता है कि प्रत्येक नागरिक हमारे योद्धाओं पर गर्व महसूस करता है।”
खार्कीव क्षेत्र में यूक्रेनी बलों को यह कामयाबी ऐसे समय में हासिल हुई है, जब उन्होंने दक्षिणी खेरसॉन क्षेत्र में जवाबी कार्रवाई जारी रखी है। यूक्रेनी सेना खेरसॉन में रूस के कब्जे वाले क्षेत्रों को छुड़ाने की कोशिश कर रही है और उसने कई कस्बों पर दोबारा नियंत्रण प्राप्त होने का दावा किया है।
‘इंस्टिट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर’ की रिपोर्ट में कहा गया है कि खेरसॉन के पास यूक्रेन के जवाबी अभियान ने रूसी सेना को अपना ध्यान दक्षिण की ओर स्थानांतरित करने के लिए मजबूर कर दिया है, जिससे यूक्रेनी सेना यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खार्कीव के पास अत्यधिक प्रभावी पलटवार शुरू कर सकती है।
जेलेंस्की के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्टोविच ने भी बुधवार देर रात खार्कीव के पास सफलता मिलने का दावा किया। उन्होंने कहा कि इस कामयाबी से क्षेत्र में रूसी बलों के लिए आपूर्ति बाधित करने और संभावित रूप से उनका घेराव करने में मदद मिलेगी।
इस बीच, यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र ‘जापोरिज्जिया’ को लेकर चिंताएं बरकरार हैं, जहां यूक्रेन और रूस एक-दूसरे पर लगातार गोलाबारी कर परमाणु त्रासदि का खतरा बढ़ाने का आरोप लगा रहे हैं।
निप्रॉपेत्रोव्स्क के गवर्नर वैलेंटाइन रेज्निचेंको ने बताया कि निकोपोल और मारहैनेट्स शहर, जो नीपर नदी के पार जापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र के करीब स्थित हैं, उन्हें रात भर रूसी गोलाबारी का सामना करना पड़ा, जिससे कई आवासीय इमारतें, एक स्कूल, कुछ औद्योगिक प्रतिष्ठान और बिजली की लाइनें क्षतिग्रस्त हो गईं।
हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…