फ्रांसीसी अभियोजक ने आतंकवादी हमले के बढ़े हुए खतरे के प्रति आगाह किया…
पेरिस, 02 सितंबर। फ्रांस के राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधी अभियोजक ने इराक और सीरिया से आने वाले इस्लामी कट्टरपंथियों से फ्रांसीसी भूमि पर आतंकवादी हमलों के बढ़े हुए खतरे के प्रति शुक्रवार को आगाह किया।
फ्रांसीसी समाचार चैनल ‘बीएफएम टीवी’ को दिए साक्षात्कार में जीन-फ्रांकोइस रिकर्ड ने कहा कि जिन क्षेत्रों में आतंकवादी सक्रिय हैं, विशेषकर इराक और सीरिया जैसे देश, वहां से आने वाले कट्टरपंथियों द्वारा फ्रांस में आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने की आशंकाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है।
रिकर्ड की यह टिप्पणी 2016 में नीस में बैस्तिल डे पर हुए ट्रक हमले के सिलसिले में आठ संदिग्धों के खिलाफ मुकदमे की शुरुआत से पहले आई है, जिसमें 86 लोग मारे गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने ली थी।
उन्होंने कहा, “2020 के बाद से आतंकवादी खतरा बढ़ गया है। पिछले दो साल से हम देख रहे हैं कि आईएस इराक और सीरिया जैसे देशों में कैसे एक बार फिर सिर उठा रहा है और कुछ हिस्सों पर नियंत्रण हासिल करने में सफल हो रहा है।”
रिकर्ड ने जनवरी में सीरिया के उत्तर-पूर्वी शहर हस्साकेह में एक जेल पर हुए हमले का जिक्र किया, जिसमें आईएस के संदिग्ध आतंकवादी भी बंद थे।
उन्होंने कहा कि फ्रांस में आतंकवाद से संबंधित आरोपों में दोषी ठहराए गए ऐसे लोगों ने एक और खतरा पैदा किया है, जो अब रिहा होने जा रहे हैं।
रिकर्ड ने कहा कि ऐसे लोग अपराध का रास्ता कम ही छोड़ते हैं और फ्रांस की न्यायिक एवं खुफिया सेवाएं उन पर लगातार नजर रखेंगी।
फ्रांसीसी अभियोजक ने कहा कि आतंकवादियों को हमले करने से रोकने के लिए फ्रांसीसी अधिकारियों को ‘सब कुछ करने की आवश्यकता होगी।’ उन्होंने कहा, “यह एक वास्तविक समस्या है, जिससे हमें निश्चित रूप से खारिज नहीं करना चाहिए।”
हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…