2030 तक बैटरी विनिर्माण में निवेश बढ़कर 70,000 करोड़ रुपये पर पहुंचेगा : रिपोर्ट
मुंबई, 01 सितंबर । देश के बैटरी विनिर्माण क्षेत्र में निवेश वर्ष 2030 तक बढ़कर नौ अरब डॉलर (करीब 70,000 करोड़ रुपये) से अधिक हो जाएगा।
रेटिंग एजेंसी इक्रा ने बृहस्पतिवार को जारी रिपोर्ट में कहा कि कई क्षेत्रों में बैटरी (सेल) के उपयोग और भविष्य में विकास की संभावनाओं के कारण इस क्षेत्र के तेजी से बढ़ने की उम्मीद है।
रिपोर्ट में कहा गया कि घरेलू बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी की मांग 2030 तक लगभग 60 गीगावॉट घंटे पर पहुंचने का अनुमान है।
रिपोर्ट में पाया गया कि समग्र ईवी पारिस्थितिकी तंत्र के विकास में बैटरी निर्माण खंड महत्वपूर्ण बना हुआ है। इक्रा ने कहा कि देश में चार्जिंग के बुनियादी ढांचे में धीरे-धीरे सुधार होगा और ऊर्जा दक्षता की स्थिति बेहतर होगी।
साथ ही ईवी वाहनों की मजबूत मांग के अलावा ग्रिड स्टोरेज, टेलीकॉम टावर के लिए भी बैटरी की वार्षिक मांग के भी तेज गति से बढ़ने की उम्मीद है।
रेटिंग एजेंसी के अनुसार, ‘‘बैटरी के कई तरह के इस्तेमाल और भविष्य में विकास की संभावनाओं (2030 के बाद) को देखते हुए इक्रा का अनुमान है कि सेल निर्माण में वर्ष 2030 तक नौ अरब डॉलर से अधिक का निवेश होगा।’’
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…