खत्‍म हो गया 21वीं सदी का आखिरी ‘आदिमानव’, अमेजन के जंगल में बिताता था जिंदगी, तीर से करता था वार

खत्‍म हो गया 21वीं सदी का आखिरी ‘आदिमानव’, अमेजन के जंगल में बिताता था जिंदगी, तीर से करता था वार

 

रियो डि जिनेरियो, 29 अगस्त । ब्राजील के अमेजन के जंगलों में रहने वाली नस्‍ल तानारू के आखिरी व्‍यक्ति की भी मौत हो गई है। इसकी मौत के बाद से अब वो समाजिक कार्यकर्ताओं घबरा रहे हैं जो पारंपरिक भाषा और ऐसी संस्‍कृति को बचाने की कोशिशें करते हैं। इस इंसान को ‘गड्ढे का इंसान’ कहा जाता था क्‍योंकि यह अपना अधिकतर समय गड्ढे में ही बीताता था। यह इंसान उसी गड्ढे में रहता था जिसे वह अपनी रक्षा के लिए खोदता था। कई दशकों तक इस इंसान की जमीन पर हमले होते गए। इसके कई दोस्‍त और रिश्‍तेदार इसमें मारे गए। इसने कभी किसी से संपर्क करने की कोशिशें नहीं की। जो भी इसके करीब आता था उसे जाल में फंसाता और करीब आने पर उस पर तीर से हमला करता था।

2018 में बनी थी एक फिल्‍म

बताया जा रहा है कि इस इंसान की उम्र 60 साल थी। इसके परिवार के 6 सदस्‍यों को जमीन हड़पने वालों ने और किसानों ने मार दिया था। इसके बाद इसने खुद जंगल में अकेले रहने का फैसला किया था। इसने संपर्क के सभी प्रयासों को फेल कर दिया था। सर्ववाइवल इंटरनेशनल की सारा शेनकर ने बताया है कि कई खतरनाक हमलों को झेलकर और संपर्क के सभी प्रयासों को फेल कर इस इंसान ने हमेशा अपना सर्वश्रेष्‍ठ बचाव किया था। वह अपनी नस्‍ल का अकेला इंसान था और अब एक और नस्‍ल खत्‍म हो चुकी है, जैसा कि कुछ लोग कह रहे हैं। यह बहुत तेजी से हो रहा है कि इस तरह की नस्‍लें अब खत्‍म होने लगी हैं। साल 2018 में सरकार की एक टीम ने इस व्‍यक्ति पर एक फिल्‍म भी बनाई थी।

कैसे रहता था इंसान

सर्ववाइवल की रिसर्च एंड एडवोकेसी डायरेक्‍टर फियोना वाटसन ने साल 2004 में इस इलाके का दौरा किया था। उनके साथ सरकार की एक निगरानी टीम भी थी। फियोना ने अपने दौरे के बारे में एक संक्षिप्‍त जानकारी भी दी थी। सारा ने कहा था, ‘आप उस जीवन की कल्‍पना करके देखिए जहां पर आसपास एकदम शांति है, जहां हमेशा आप दौड़ते रहते हैं, हमेशा डर में रहते हैं और कभी दुनिया को नजर नहीं आते हैं। अमेजन के इस व्‍यक्ति का जीवन भी ऐसे ही एकांत में गुजर रहा था। वह अपनी नस्‍ल का आखिरी बचा हुआ व्‍यक्ति था।’ सारा ने कहा कि उन्‍हें नहीं मालूम कि इस व्‍यक्ति का नाम क्‍या था, इसकी नस्‍ल का नाम क्‍या था और वह कौन सी भाषा बोलता था।

हेलीकॉप्‍टर और प्‍लेन पर हमला

सारा ने कहा कि शायद उसके लोगों को जानवरों का शिकार करने वालों ने मार दिया होगा। सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्‍वदेशी संगठनों ने इस व्‍यक्ति की जमीन को बचाने के लिए कई सालतक कैंपेन चलाए। यह नस्‍ल जंगलों में बहुत ही अधिक एकांत में रहती है। वह अक्‍सर हेलीकॉप्‍टर्स या फिर प्‍लेन पर तीरों से हमला करता था क्‍योंकि उसे डर था कि उस पर सवार बाहरी लोग उसकी जान ले सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ब्राजील में ऐसी कम से कम 100 नस्‍लें रहती हैं जिनके बारे में किसी को कुछ नहीं मालूम है। कुछ कोलंबियां, पेरू और पैराग्‍वे में भी रह रहे हैं।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…