डीओजे ने की ट्रम्प के छापे के वारंट को खोलने की मांग
वाशिंगटन, 12 अगस्त । अमेरिकी न्याय विभाग (डीओजे) ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के मार-ए-लागो आवास के तलाशी वारंट को खोलने के लिए एक प्रस्ताव दायर किया है।
अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने यह घोषणा फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) के एजेंटों द्वारा फ्लोरिडा के पाम बीच में मार-ए-लागो रिसॉर्ट पर छापेमारी के कुछ दिनों बाद की। गत सोमवार को श्री ट्रंप के मार-ए-लोगो स्थित रिसॉर्ट पर एफबीआई ने छापेमारी की थी क्योंकि उनपर राष्ट्रपति रहते हुए कई अभिलेखों को ले जाकर अपने इस रिसार्ट में छिपाने का आरोप था। करीब 15 बक्सों में अभिलेखों की बरामदगी की गयी।
श्री गारलैंड ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से इस मामले में तलाशी वारंट लेने के निर्णय को मंजूरी दी।
उन्होंने कहा,“विभाग इस तरह के फैसले को हल्के में नहीं लेता है। जहां तक संभव हो, खोज के विकल्प के रूप में कम दखल देने वाले साधनों की तलाश करना और किसी भी खोज को कम करने के लिए यह मानक अभ्यास है।”
श्री ट्रम्प और उनके सहयोगियों ने एफबीआई और डीओजे का इस्तेमाल करके डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसादों द्वारा किए गए राजनीतिक हमले के रूप में इस ऑपरेशन की निंदा की है।
श्री गारलैंड ने आलोचना का जवाब देते हुए कहा कि उनके एजेंटों और अभियोजकों के ‘पेशेवरवाद’ पर हमले ‘निराधार’ हैं।
छापेमारी उन सामाग्रियों के लिए किया जाना है जिन्हें श्री ट्रम्प जनवरी 2021 में व्हाइट हाउस छोड़ने के समय कथित रूप से अपने साथ ले गये थे।
राष्ट्रपति के रिकॉर्ड अधिनियम के मुताबिक राष्ट्रपतियों द्वारा बनाए गए सभी अभिलेखों को उनके प्रशासन के अंत में राष्ट्रीय अभिलेखागार में बदल दिया जाता है।
संघीय एजेंसी के अनुसार नेशनल आर्काइव्स एंड रिकॉर्ड्स एडमिनिस्ट्रेशन (एनएआरए) की ओर से प्राप्त श्री ट्रंप के कुछ राष्ट्रपति के रिकॉर्ड में श्री ट्रंप द्वारा फाड़े गए कागजी रिकॉर्ड शामिल थे।
सोमवार को मार-ए-लागो छापे के बीच, श्री ट्रंप ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि यह ‘आवश्यक या उचित नहीं था’
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…