टीटीपी के उभार से निपटने के लिए पाक सरकार तैयार कर रही है आकस्मिक योजना : रिपोर्ट
इस्लामाबाद, 12 अगस्त । पाकिस्तान सरकार प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के संभावित उभार से निपटने के लिए एक ‘‘आकस्मिक योजना’’ तैयार कर रही है, क्योंकि इस आतंकवादी समूह के साथ शांति समझौते की संभावनाएं बेहद कम हैं। मीडिया में शुक्रवार को प्रकाशित एक खबर से यह जानकारी मिली।
पाकिस्तान के कबायली परिषद के नेताओं और टीटीपी के बीच अफगानिस्तान में हो रही वार्ता उस समय अधर में लटक गई, जब टीटीपी ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के साथ पूर्ववर्ती संघीय प्रशासित कबायली क्षेत्रों (एफएटीए) के विलय को पलटने की अपनी मांग से पीछे हटने से इनकार कर दिया।
बुधवार को रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने शांति वार्ता की सफलता को लेकर आशंका व्यक्त की थी। अफगानिस्तान के लिए पाकिस्तान के विशेष दूत मोहम्मद सादिक ने स्वीकार किया था कि शांति प्रक्रिया ‘‘शुरुआती चरण’’ में है।
‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार ने सूत्रों के हवाले से बताया कि सरकार किसी समझौते पर पहुंचने के इरादे से महीनों से टीटीपी के साथ बातचीत कर रही है, लेकिन इस तरह के समझौते की संभावनाएं बेहद कम नजर आ रही हैं।
स्वात घाटी में कुछ तालिबान लड़ाकों के देखे जाने की खबरों के मद्देनजर संबंधित अधिकारी टीटीपी के साथ वार्ता विफल होने की सूरत में आतंकवादी खतरे से निपटने के लिए एक ‘‘आकस्मिक योजना’’ तैयार कर रहे हैं।
सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया कि सरकार ने टीटीपी के साथ वार्ता की संभावनाएं समाप्त नहीं की हैं। हालांकि, वार्ता बेनतीजा रहने पर टीटीपी के उभार से निपटने के लिए सतर्कता बरती जा रही है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…