कनाडा दौरे पर गए पोप ने माफी मांगने के लिए नुनावुत की यात्रा की…
इकालुइट (कनाडा), 30 जुलाई। पोप फ्रांसिस ने कनाडा में इनुइट समुदाय के लोगों से मिलने के लिए शुक्रवार को नुनावुत की यात्रा की। वह देश में चर्च द्वारा संचालित आवासीय स्कूलों में मूलनिवासियों पर हुए अत्याचारों के पीड़ितों से नुनावुत में मिलकर सप्ताह भर लंबी ‘‘प्रायश्चित तीर्थयात्रा’’ का समापन करेंगे। फ्रांसिस 7,500 की आबादी वाले इकालुइट पहुंचे और एक प्राथमिक विद्यालय में पूर्व छात्रों से मिले। उन्होंने अपने परिवारों से दूर किए जाने एवं गिरजाघर द्वारा संचालित सरकारी वित्त पोषित बोर्डिंग स्कूलों में जाने के लिए मजबूर किए जाने के पूर्व छात्रों के अनुभवों को सुना।
1800 के दशक के अंत से 1970 के दशक तक प्रभावी रही इस नीति का उद्देश्य बच्चों को उनकी मूल संस्कृतियों से अलग करना और उन्हें कनाडाई, ईसाई समाज में आत्मसात करना था। फ्रांसिस ने स्कूल के बाहर इनुइट समुदाय के युवाओं और बुजुर्गों की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘माता-पिता और बच्चों को जोड़ने वाले बंधनों को तोड़ना, करीबी रिश्तों को नुकसान पहुंचाना, छोटे बच्चों को नुकसान पहुंचाना और उन्हें अपमानित करना अत्यंत बुरा है।’’
उन्होंने स्कूल के पीड़ितों को अपने दुख साझा करने का साहस दिखाने के लिए धन्यवाद दिया, जिसे उन्होंने इस पिछले वसंत में पहली बार सुना था, जब मेटिस और इनुइट समुदाय के लोगों के प्रतिनिधिमंडल ने माफी की मांग को लेकर वेटिकन की यात्रा की थी। पोप ने कहा, ‘‘मैं आपको बताना चाहता हूं कि मुझे कितना खेद है और मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वह कैथोलिक समुदाय के उन लोगों को भी माफ करे, जिन्होंने इन स्कूलों में संस्कृति को मिटाने की नीति में योगदान किया।’’
हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…