फेडरल रिजर्व के नीतिगत दर बढ़ाने के फैसले से ‘मंदी’ की आशंका बढ़ी…
वाशिंगटन, 16 जून। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पावल ने बढ़ती मुद्रास्फीति को काबू में करने के लिए हरसंभव कदम उठाने की प्रतिबद्धता जताई है। फेडरल रिजर्व के इस रुख से देश में ‘मंदी’ की आशंका बढ़ गई है।
अमेरिका में महंगाई दर केंद्रीय बैंक के हरसंभव प्रयास के बावजूद चार दशक के रिकॉर्ड स्तर पर है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने बुधवार को नीतिगत ब्याज दर में 0.75 प्रतिशत की वृद्धि की है। इससे नीतिगत दर 1.5 से 1.75 प्रतिशत के बीच हो गई है। वर्ष 1994 के बाद से ब्याज दरों में यह अबतक की सबसे बड़ी वृद्धि है।
अमेरिका में मुद्रास्फीति चार दशक के उच्चस्तर पर है।
इस बीच, बैंक ऑफ इंग्लैंड ने भी अपनी प्रमुख ब्याज दरों को 0.25 प्रतिशत बढ़ाकर 1.25 प्रतिशत कर दिया है।
वस्तुओं की कीमतों में उछाल के साथ ब्रिटेन में महंगाई दर 40 वर्ष के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है।
बैंक ऑफ इंग्लैंड ने अक्टूबर के लिए अपने मुद्रास्फीति अनुमान को भी बढ़ाकर 11 प्रतिशत से अधिक कर दिया है। अप्रैल में महंगाई दर नौ प्रतिशत थी, जो 1982 के बाद से सबसे अधिक है। बैंक का संतोषजनक स्तर दो प्रतिशत है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…