जापान ने एशिया प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर बड़ी भूमिका निभाने की प्रतिबद्धता जतायी…
सिंगापुर, 11 जून। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद एशिया प्रशांत क्षेत्र में बढ़े खतरे से निपटने में देश की राजनयिक और सुरक्षा भूमिका को मजबूत बनाने के मकसद से शुक्रवार को एक योजना की घोषणा की।
किशिदा ने कहा कि चीन, उत्तर कोरिया और अब रूस का सामना करने की क्षमता हासिल करने पर जापान तेजी से विचार करेगा। हालांकि, आलोचकों ने किशिदा की इस योजना को विवादास्पद करार देते हुए कहा है कि यह जापान के संविधान के खिलाफ है, जिसमें युद्ध से बचने की बात कही गई है। किशिदा ने सिंगापुर में एशियाई सुरक्षा फोरम ‘शंगरी-ला डायलॉग’ में कहा, ”आज यूक्रेन तो कल पूर्वी एशिया के साथ ऐसा हो सकता है।”
किशिदा ने क्षेत्रीय साझेदारों के बीच सहयोग के महत्व पर जोर दिया और कहा कि अगले वसंत तक ”शांति के लिए स्वतंत्र एवं मुक्त हिंद-प्रशांत” योजना लेकर आएंगे, जिसके तहत जापान दक्षिणपूर्वी एशिया और प्रशांत क्षेत्र में स्थित देशों को उनकी सुरक्षा के लिये विकास सहायता, गश्ती नौका, समुद्री कानून लागू करने की क्षमता और अन्य तरह की मदद प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि जापान कम से कम 20 देशों को इस तरह की सहायता प्रदान करेगा। साथ ही कम से कम 800 समुद्री सुरक्षा कर्मियों को प्रशिक्षित करेगा और अगले तीन वर्षों में लगभग 2 अरब अमेरिकी डॉलर की सहायता प्रदान करेगा।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…