पिता ने दोनों बच्चों को कत्ल होते देखा तो उसे भी मार डाला…
जानिए क्या है मामला…
बलिया, 01 जून। हल्दी थाना क्षेत्र के सोनवानी में एक साथ दो बेटों और पिता की नृशंस हत्या में आरोपितों ने पड़ोसी होने के धर्म का भी कत्ल कर दिया। पैसे के मामूली लेनदेन को लेकर रातभर खून से हाथ रंगते रहे। तीन हत्याओं को अंजाम देने के बाद घर में रखे ढाई लाख रुपये भी ले गए। एडीजी जोन रामकुमार ने इस जघन्य हत्याकांड का महज आठ घंटे के अन्दर खुलासा करने वाली पुलिस टीम को पचास हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।
मंगलवार देररात पुलिस लाइन के सभागार में प्रेस कांफ्रेंस कर एडीजी जोन रामकुमार ने कहा कि मंगलवार सुबह सूचना मिली तो पुलिस मौके पर गई। कुआं से विक्रम सिंह का शव मिला। इसके बाद पुलिस विक्रम के घर गई तो उसके पिता उमाशंकर सिंह का शव किचन में मिला। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू की तो पता चला कि इनकी पड़ोस के प्रवीण सिंह उर्फ भोला से अदावत है।
उन्होंने बताया कि प्रवीण उर्फ भोला और उसके साथियों ने पहले उमाशंकर के बेटे संदीप और विक्रम को बुलाया। उन्हें घर से बाहर कुछ ही दूरी पर ले गए। चाकू के वार से मौत के घाट उतारने के बाद बारी-बारी से उन्हें कुआं में फेंक दिया। चूंकि विक्रम और संदीप को लेकर जाते उनके पिता उमाशंकर सिंह ने देख लिया था। इसलिए हत्यारों ने उन्हें भी मौत के घाट उतार दिया। ताकि सबूत न रहे। हत्यारों को पता था कि घर में ढाई लाख रुपये रखे हैं, जिसे वे लेते गए।
एडीजी ने कहा कि इस वरदात को सोमवार रात साढ़े नौ बजे से लेकर करीब चार-साढ़े चार घंटे में अंजाम दिया गया। इसके पहले भोला और उसके साथियों ने चार-पांच दिनों से हत्या की तैयारी की थी। एक दिन पहले चाकू खरीदा था। उन्होंने बताया कि मुख्य आरोपित भोला पर पहले से भी एक मुकदमा दर्ज है। वह विक्रम का पड़ोसी है। चूंकि उमाशंकर सिंह की पत्नी की मौत पहले ही हो चुकी है। विक्रम और संदीप अविवाहित थे। इसलिए घर में कोई महिला नहीं थी। इसलिए हत्यारों ने आराम से अपने मंसूबों को अंजाम दिया।
एडीजी ने कहा कि घटना की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस उप महानिरीक्षक आजमगढ़ अखिलेश कुमार के निर्देशन में पुलिस अधीक्षक राजकरन नय्यर द्वारा तत्काल पांच टीमों का गठन किया गया था। पुलिस ने घटना के आठ घंटे के अन्दर ही चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। इसमें प्रवीण उर्फ भोला के साथ ही मानवेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ छोटू पुत्र टुनटुन सिंह, अमन सिंह उर्फ सोनू पुत्र अनिल सिंह और संजीत सिंह पुत्र मोतीचंद सिंह हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों की निशानदेही पर घटना में इस्तेमाल चाकू भी बरामद कर लिया गया है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…